- रागी-पूरी, ज्वार उपमा से लेकर चौलाई के सलाद तक संसद को मिला नया मेन्यू
-मेन्यू को इस तरह से तैयार किया गया है जो दर्शाता है देश की विविधता को
नई दिल्ली। 31 जनवरी 2023 से संसद का नया सत्र बजट शुरू हो रहा है। बजट 1 फरवरी 2023 को पेश होगा। वहीं सरकार आजकल मिलेट्स, ओट्स के प्रोडक्ट को बढ़ावा दे रही है। इसके अलावा बाजरा के उत्पादन और खपत को भी बढ़ावा दे रही है। मन की बात कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में होने वाले G20 शिखर सम्मेलन में बाजरा व्यंजन शामिल होंगे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद के सदस्यों के लिए विशेष बाजरा मेन्यू की मांग की है। जल्द ही संसद कैंटीन में नया मेन्यू मिलेगा। बाजरे के मेन्यू में बाजरे की राब (सूप), रागी डोसा, रागी घी रोस्ट, रागी थत्ते इडली, ज्वार सब्जी उपमा स्टार्टर के रूप में शामिल है। मक्का/बाजरा/ज्वार की रोटी के साथ सरसों का साग, रोटी, आलू की सब्जी के साथ रागी पूरी, लहसुन की चटनी के साथ बाजरे की खिचड़ी और बाजरे की खिचड़ी शामिल है। मिठाइयों में केसरी खीर, रागी अखरोट के लड्डू और बाजरे का चूरमा भी है।
देश की विविधता को दर्शाता है मेन्यू
जानकारी के मुताबिक, मेन्यू को इस तरह से तैयार किया गया है जो देश की विविधता को दर्शाता है। ओट्स मिल्क, सोया मिल्क, रागी मटर का शोरबा, बाजरा प्याज का मुठिया (गुजरात), शाही बाजरे की टिक्की (मध्य प्रदेश), रागी मूंगफली की चटनी (केरल) के साथ डोसा, चौलाई का सलाद और कोर्रा बाजरा सलाद के साथ। मेन्यू आईटीडीसी के मोंटू सैनी ने तैयार किया गया है, जो राष्ट्रपति भवन के साथ साढ़े पांच साल तक कार्यकारी शेफ रहे हैं। राम नाथ कोविंद और प्रणब मुखर्जी दोनों के कार्यकाल के दौरान भी सेवा की है। आईटीडीसी 2020 से संसद की कैंटीन चला रहे हैं।
इनकी मांग सबसे ज्यादा
सैनी ने कहा कि बाजरा मेन्यू भी लोकप्रिय को दर्शाता है। रागी अखरोट के लड्डू और बाजरे के राब की सबसे ज्यादा मांग थी। बाजरे के व्यंजन संसद की सभी कैंटीनों में उपलब्ध होंगे और सेंट्रल हॉल में सांसदों तक पहुंचाए जाएंगे। मिठाई के व्यंजनों में गुड़ अनाज चीनी की जगह लेगा, जो लोगों के लिए एक स्वस्थ मेन्यू है। साथ ही जानकारी के मुताबिक कॉम्प्लेक्स में अन्य फूड आउटलेट्स में थाली में कम से कम एक बाजरा पकवान होगा।
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