बारिश के बीच बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी, दिखी शक्ति और समृद्धि की झलक

रंगबिरंगी लाइट से जगमग हुआ कर्तव्य पथ

सेना और पुलिस बैंड ने 29 धुनों से सब का मन मोहा

नई दिल्ली

गणतंत्र दिवस समारोह के औपचारिक समापन का प्रतीक बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम रविवार को दिल्ली के विजय चौक पर आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा सीडीएस, तीनों सेनाओं के प्रमुख समेत देश के तमाम बड़े नेता कार्यक्रम में मौजूद रहे। विजय चौक पर भव्य कार्यक्रम के दौरान नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक के फ्रंट एंड पर पहली बार रंग-बिरंगी रोशनी के जरिए विभिन्न आकृतियों को प्रदर्शित किया गया। कार्यक्रम में सेना, नौसेना, वायु सेना, राज्य पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के संगीत बैंड ने मनोरम धुनें बजाईं। बीटिंग द रिट्रीट के दौरान राष्ट्रपति भवन, नॉर्थ ब्लॉक, साउथ ब्लॉक और संसद भवन सभी को रोशनी से सजाया गया। बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम के दौरान स्टार्ट-अप बोटलैब्स डायनेमिक्स की ओर से ड्रोन शो आयोजित किया गया। देश के सबसे बड़े ड्रोन शो में 3,500 स्वदेशी ड्रोन ने अपने करतब दिखाए। बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी के दौरान नॉर्थ और साउथ ब्लॉक के फ्रंट एंडपर पहली बार 3डी एनामॉर्फिक प्रोजेक्शन का आयोजन किया गया।

बारिश में डटे रहे सैन्य बैंड और दर्शक

राष्ट्रीय राजधानी में बारिश के बीच दिल्ली के विजय चौक पर ‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह में सैन्य बैंड ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। इस दौरान समारोह देखने जुटे लोग भी डटे रहे। बारिश के बीच ही पूरे समारोह का उन्होंने आनंद उठाया। नौसेना बैंड ने ‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह में ‘एकला चलो रे’ का प्रदर्शन किया।

राष्ट्रपति ने तीनों सेनाओं की ली सलामी

गणतंत्र दिवस समारोह के औपचारिक अंत का प्रतीक माने जाने वाले समारोह में सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तीनों सेनाओं की सलामी ली। यूनाइटेड नेशन जनरल असेंबली के प्रेसिडेंट साबा कोरोसी इस बार के बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में शामिल हुए। दिल्ली में भारी बारिश के बावजूद सेरेमनी को देखने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे।

कार्यक्रम में बजाई गईं 29 धुनें

सेना के तीनों अंग और राज्य पुलिस व सीएपीएफ के संगीत बैंड द्वारा बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी में 29 धुनों को बजाया गया। समारोह की शुरुआत अग्निवीर धुन के साथ हुई। सेना और पुलिस बल ने अल्मोड़ा, केदारनाथ, संगम दूर, सतपुड़ा की रानी, भागीरथी, कोंकण सुंदरी जैसी मोहक धुनें बजाईं। वायु सेना के बैंड ने अपराजेय अर्जुन, चरखा, वायु शक्ति, स्वदेशी धुन बजाईं। वहीं नौसेना के बैंड ‘एकला चलो रे’, ‘हम तैयार हैं’ और ‘जय भारती’ की धुनें बजाईं। इंडियन आर्मी के बैंड ने ‘शंखनाद’, ‘शेर-ए-जवान’, ‘भूपाल’, ‘अग्रणी भारत’, ‘यंग इंडिया’, ‘कदम कदम बढ़ाए जा’, ‘ड्रमर्स कॉल’ और ‘ऐ मेरे वतन के’ धुन बजाईं। कार्यक्रम का समापन ‘सारे जहां से अच्छा’ की धुन के साथ हुआ।

हर साल क्यों होता है बीटिंग द रिट्रीट

गणतंत्र दिवस समारोह का औपचारिक समापन बीटिंग द रिट्रीट के साथ 29 जनवरी को विजय चौक पर होता है। शाम के समय समारोह के भाग के रूप में झंडे उतारे जाते हैं। तीनों सेनाएं इस खास मौके पर विशेष धुनें बजाकर राष्ट्रपति से अपनी बैरकों में वापस जाने के लिए आधिकारिक अनुमति मांगती हैं। पारंपरिक धुनों के साथ मार्चपास्ट करती सेनाएं गणतंत्र दिवस समारोह के समापन की घोषणा भी करती हैं।

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