नए साल का पहला दिन : कश्मीर में बर्फबारी का उठाया लुत्फ, वैष्णो देवी, तिरुपति, पुरी, शिरडी में पूजन-अर्चन
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नई दिल्ली। नए साल 2023 के पहले ही दिन देश में उत्साह का माहौल रहा। कश्मीर से कन्याकुमारी तक अलग-अलग नजारे दिखाई दिए। कश्मीर में बड़ी संख्या में पर्यटकों ने बर्फबारी का लुत्फ उठाया, वहीं कन्याकुमारी के समुद्र तट पर लोगों की जबर्दस्त भीड़ रही। इसके साथ ही देशभर के धार्मिक स्थलों में भक्तों का रेला लगा रहा। कश्मीर में बर्फबारी के बीच माता वैष्णो देवी मंदिर से लेकर दक्षिण तट स्थित तिरुपति बालाजी, पुरी जगन्नाथ मंदिर, उज्जैन महाकाल, काशी विश्वनाथ मंदिर सहित अन्य प्रसिद्ध मंदिरों में लाखों लोगों ने पूजन अर्चन कर नए वर्ष के मंगलमय होने की कामना की। देश के बड़े-छोटे सभी मंदिरों में भक्तों की भीड़ रही। देश के प्रसिद्ध मंदिरों में लाखों की संख्या में लोग देवी-देवता के दर्शन करने के लिए पहुंचे। नए साल पर लोगों ने देवी-देवता के दर्शन कर इस साल को बेहतर बनाए रखने की मनोकामनाएं मांगी। महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु और अन्य राज्यों के मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें देखी गईं।
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बर्फबारी ने बदल दिया नए साल का नजारा
कश्मीर में नववर्ष का आगाज कड़ाके की ठंड के साथ हुआ। गुलमर्ग तथा पहलगाम में बीती रात मौसम की अब तक की सबसे ठंडी रात रही। जम्मू कश्मीर के अधिकांश हिस्सों में बर्फबारी ने नए साल का नजारा बदल दिया है। घाटी में सोनामर्ग में बीस इंच बर्फबारी हुई है। पर्यटन स्थल पर चांदी जैसी चमक नए साल के पहले दिन पर्यटकों को आकर्षित करती रही। गुलमर्ग भी बर्फ से गुलजार है, यहां सात इंच हिमपात हुआ है।
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वैष्णव देवी मंदिर कटरा जम्मू-कश्मीर
घाटी में बर्फबारी होने के बावजूद नए साल 2023 के पहले दिन जम्मू कटरा में माता वैष्णो देवी के धाम पर डेढ़ लाख से ज्यादा भक्त पहुंचे। भक्तों ने इस साल को बेहतर बनाये रखने के लिए मनोकामनाएं मांगीं। माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए भीषण ठंड के बावजूद भक्त सुबह से ही लाइन में लगे रहे।
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सिद्धि विनायक, शिरडी सांई बाबा
नए साल के पहले दिन मुंबई के प्रतिष्ठित सिद्धिविनायक मंदिर में भक्त सुबह की आरती देखने और भगवान गणेश से आशीर्वाद लेने के लिए विशेष प्रार्थना करने के लिए एकत्र हुए। इसके साथ ही नासिक के त्रयंबकेश्वर, शिरडी के सांई बाबा तथा शिंगनापुर के शनि मंदिर में भी भक्तों की भारी भीड़ रही।
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उज्जैन के महाकालेश्वर
मध्य प्रदेश स्थित उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में नए साल की पहली सुबह डेढ़ लाख से ज्यादा भक्तों ने भगवान महाकाल की ‘भस्म आरती’ देखी। कहा जाता है कि केवल इसी मंदिर में शिव को जगाने के लिए आरती की जाती है। महाकाल के भव्य निर्माण के कारण इस साल भक्तों की अत्यधिक भीड़ रही।
काशी विश्वनाथ, प्रयागराज का गंगा तट
वाराणसी में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर में नव वर्ष के पहले दिन पूजा अर्चना करने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ कतार में लगी देखी गई। वाराणसी के अस्सी घाट के पास सुबह-सुबह ‘गंगा आरती’ की गई। इसी प्रकार प्रयागराज में भी गंगा तट पर श्रृद्धालुओं ने गंगा स्नान किया।
जगन्नाथ मंदिर ओडिशा
ओडिशा के पुरी में स्थित भगवान जगन्नाथ के मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली। यहां लोगों ने साल का पहला सूर्योदय देखा और सूर्य भगवान से खुशहाली बनाए रखने की प्रार्थना की। प्रसिद्ध सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने पुरी के समुद्र तट पर भगवान जगन्नाथ की 8 फुट ऊंची और 15 फुट लंबी रेत की मूर्ति बनाई।
तिरुपति बालाजी व मुरुगन मंदिर में रही भीड़
दक्षिण भारत में स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर में नव वर्ष के पूर्व से ही भक्तों की भीड़भाड़ रही। चेन्नई के वाडापलानी मुरुगन मंदिर, मीनाक्षी मंदिर, सहित अन्य मंदिरों में भी भक्तों ने नव वर्ष के अवसर पर पूजन-अर्चन कर मंगलमय की कामना की। चेन्नई में अन्ना नगर के चर्च में भी भीड़ देखने को मिला। कोयंबटूर में बेबी जीसस चर्च में भी प्रार्थना की गई.
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