काइनेटिक लूना 50 साल बाद कर रही है वापसी, इस बार इलेक्ट्रिक अवतार में, प्रोडक्शन हुआ चालू

चल मेरी लूना! लूना का नाम आपने जरूर सुन रखा होगा। भारत में टू-व्हीलर मोबिलिटी के क्षेत्र में क्रांति लाने वाली मोपेड Kinetic Luna (काइनेटिक लूना) को भला कौन भूल सकता है। 50 साल पहले भारतीय दोपहिया वाहन बाजार में इसका बोलबाला था। इसका जिक्र इसलिए किया जा रहा है क्योंकि कि यह टू-व्हीलर भारत में एक बार फिर से वापसी के लिए पूरी तरह तैयार है, लेकिन इस बार इलेक्ट्रिक अवतार में।

शुरू हुआ उत्पादन
इस बार Kinetic Luna में एक ऑल-इलेक्ट्रिक पावरट्रेन दिया जा रहा है। Kinetic Engineering Ltd. (KEL), काइनेटिक इंजीनियरिंग लिमिटेड (केईएल) ने एलान किया है कि उसने काइनेटिक लूना इलेक्ट्रिक के चेसिस और अन्य असेंबलियों का उत्पादन पहले ही शुरू कर दिया है। कंपनी ने कहा कि शून्य-उत्सर्जन दोपहिया वाहन जल्द ही लॉन्च किया जाएगा। कंपनी ने एक नियामक फाइलिंग में दावा किया है कि काइनेटिक ग्रीन एनर्जी एंड पावर सॉल्यूशंस इस ईवी की बिक्री करेगी। 

हर महीने इतनी यूनिट्स का होगा निर्माण
केईएल ने मुख्य चेसिस, मुख्य स्टैंड, साइड स्टैंड और स्विंग आर्म सहित इलेक्ट्रिक लूना के लिए सभी प्रमुख उपसमूहों को विकसित करने का दावा किया है। इलेक्ट्रिक मोपेड का निर्माण महाराष्ट्र के अहमदनगर में एक डेडिकेटेड प्रॉडक्शन लाइन में किया जाएगा। कंपनी का यह भी दावा है कि प्रॉडक्शन लाइन में शुरुआत में हर महीने 5,000 यूनिट्स की निर्माण क्षमता होगी।

हर दिन बिकती थी 2000 से ज्यादा यूनिट्स
करीब 50 साल पहले यानी साल 1972 में Kinetic Luna को पहली बार भारतीय बाजार में पेश किया गया था। लूना की लोकप्रियता का अंदाजा इस बार से लगाया जा सकता है, जैसा कि ऑटो कंपनी ने दावा किया है, कि एक समय ऐसा था जब इंटरनल कंब्शन इंजन से चलने वाली लूना की हर दिन 2,000 से ज्यादा यूनिट्स की बिक्री होती थी। भारतीय बाजार में इस मोपेड को जब पेश किया गया था उस वक्त इसके प्रचार-प्रसार के लिए कंपनी एक जिंगल का इस्तेमाल करती थी, “चल मेरी लूना”, जो कि काफी मशहूर हुआ।

कंपनी को काफी उम्मीदें
केईएल के प्रबंध निदेशक अजिंक्य फिरोदिया का मानना है कि इलेक्ट्रिक लूना अपने आईसीई-पावर्ड वर्जन की तरह ही बहुत अच्छा प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि ई-लूना की मात्रा में बढ़ोतरी के साथ अगले दो-तीन वर्षों में यह कारोबार सालाना 30 करोड़ रुपये से ज्यादा जुड़ जाएगा। इससे केईएल को ईवी सेगमेंट में अपनी मौजूदगी बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।”

हर सेगमेंट में करेगी वापसी
केईएल ने अपनी रेगुलेटरी फाइलिंग में आगे कहा है कि भारत में बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहन बाजार और भार ढोने वाले वाहनों की ओर प्राथमिकता के साथ, ई-लूना का लक्ष्य अपनी पेशकशों के साथ सभी सेगमेंट की जरूरत पूरा करना है। लॉन्च होने पर, ई-लूना निचले स्तर के बाजारों में कम्यूटर सेगमेंट और लोड कैरियर श्रेणी को एक ऑल-इलेक्ट्रिक लास्ट-माइल मोबिलिटी के रूप में लक्षित करेगा। हालांकि, केईएल ने आनेवाली ई-लूना की कीमत, बैटरी पैक और स्पेसिफिकेशन के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। साथ ही, ऑटो कंपनी ने ईवी के संभावित लॉन्च टाइमलाइन के बारे में कुछ भी नहीं बताया है।
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