—-चीन में बढ़ते संक्रमण के बीच भारत के लिए राहत भरी खबर
—-भारतीयों ने वैक्सीनेशन के जरिए हासिल कर ली हार्ड इम्युनिटी
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कोरोना का बीएफ.7 वैरिएंट चीन में तबाही मचा रहा है। इसको लेकर भारत में भी लोगों के बीच काफी ज्यादा चिंताएं हैं। इस बीच, भारत में कोरोना एक्सपर्ट ने इस नए वैरिएंट को लेकर काफी बड़ा दावा किया है। एक्सपर्ट का कहना है कि ज्यादातर भारतीयों के पास अब हाइब्रिड इम्युनिटी है। भारतीयों ने वैक्सीनेशन के जरिए इम्युनिटी हासिल कर ली है। ऐसे में बीएफ.7 वेरिएंट यहां उतना असर नहीं कर पाएगा, जितना चीन में लोगों को प्रभावित कर रहा है।
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नई दिल्ली। चीन में कोरोनावायरस से हाहाकार मचा है। इस बीच, भारत के लिए राहत की खबर है। सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (सीसीएमबी) के निदेशक विनय के नंदीकूरी के मुताबिक भारत में चीन जैसा हालात नहीं हो सकते। हालांकि लोग को सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करें और मास्क इस्तेमाल करते रहें। सीसीएमबी के डायरेक्टर विनय के नंदीकूरी ने कोरोना की गाइडलाइन का पालन करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा- हमेशा एक चिंता रहती है कि इम्युनिटी से इन सभी वेरिएंट में बचने की क्षमता होती है और वे उन लोगों को भी संक्रमित कर सकते हैं जिन्होंने वैक्सीनेशन करवाया है। यहां तक कि कभी-कभी ओमिक्रॉन के पिछले वेरिएंट से संक्रमित भी हो सकते हैं। हालांकि, भारत में संक्रमण को लेकर उतनी ज्यादा परेशानी वाली बात नहीं है, जितनी डेल्टा के वक्त हुई थी। ऐसा इसलिए है क्योंकि हमारे पास एक हद तक हर्ड इम्युनिटी आ गई है। यही वजह है कि हम अन्य वायरस के संपर्क में आने के बावजूद हर्ड इम्युनिटी की वजह से सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि हमने (भारत) डेल्टा लहर देखी है जो सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाली रही। फिर हमने वैक्सीनेशन किया और फिर ओमिक्रॉन लहर आई. तब हमने बूस्टर डोज जारी रखी। हम कई मायनों में अलग हैं। चीन में जो हो रहा है, वो भारत में नहीं हो सकता है। चीन में ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ अपनाई गई. फिर उसमें छूट दे दी गई। इसी वजह से वहां संक्रमण फैल गया। इसके अलावा, चीन में वैक्सीनेशन पर भी ध्यान नहीं दिया गया, जिसकी वजह से अब हालात बिगड़ गए। अब सरकार के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है।
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भारत में बूस्टर डोज ने कर दिया सुरक्षित
यह सच है कि चीन में जीरो कोविड पॉलिसी का पालन किया जाता है और यह भी फैक्ट है कि चीन में बहुत से लोगों ने वैक्सीनेशन नहीं करवाया है, जबकि भारत में बुजुर्गों से लेकर युवाओं और बच्चों को भी वैक्सीनेशन के जरिए सुरक्षित किया गया। यहां लोगों को बूस्टर खुराक भी दी गई है। चूंकि बुजुर्गों को लेकर खास ऐहतियात बरतने की जरूरत होती है, लेकिन, चीन ने खास ध्यान नहीं दिया।
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मौजूदा स्वरूप का संक्रमण गंभीर नहीं
सीसीएमबी के निदेशक विनय के नंदीकूरी ने कहा कि मौजूदा स्वरूप का संक्रमण उतना गंभीर नहीं है, जितना कि वायरस के ‘डेल्टा’ स्वरूप का संक्रमण हुआ करता था। ऐसा इसलिए है, क्योंकि हमारे पास एक हद तक ‘हर्ड इम्युनिटी’ है। वास्तव में हमारे पास ‘हर्ड इम्युनिटी’ है, क्योंकि हम अन्य वायरस के संपर्क में हैं। हमने टीकाकरण किया है और फिर ओमिक्रोन लहर आई और हमने एहतियाती खुराक लगाना जारी रखा। हम कई मायनों में अलग हैं।
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चीन के अलावा कई यूरोपीय देशों में बीएफ.7
बता दें कि चीन में कोरोना से हालात बिगड़ गए हैं। मीडिया रिपोटर्स में दावा किया गया कि वहां 20 दिन में ही मरीजों की संख्या 25 करोड़ हो गई है। ये आंकड़े सरकारी दस्तावेज लीक होने के बाद सामने आए हैं। कोरोना का ये वेरिएंट अमेरिका, यूके, बेल्जियम, जर्मनी, फ्रांस, डेनमार्क समेत कई यूरोपीय देशों में फैल चुका है। ऐसे में भारत सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई है।
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चीन से आगरा लौटा युवक पॉजिटिव
आगरा में चीन से लौटा एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। मरीज को जीनोम सीक्वेंसिंग की सैंपल की जांच के भेजा गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम कारोबारी के घर पहुंच गई है। उसके संपर्क में आने वाले लोगों को भी ट्रेस किया जा रहा है। आगरा के शाहगंज क्षेत्र का रहने वाला युवक पेशे से कारोबारी है। सीएमओ ने बताया कि कारोबारी 23 दिसंबर को चीन से लौटा है। उधर, कानपुर में भी एक युवक कोरोना पॉजिटिव मिला है। एक दिन पहले मेरठ में पांच साल के बच्चे की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी।
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ऐसी तैयारी भी
00 बिहार में हर दिन 45 हजार की जांच और वैक्सीनेशन
00 विदेश से आने वाले 2फीसदी यात्रियों की रैंडम जांच
00 माता वैष्णो देवी में बिना मास्क पहने श्रद्धालु की एंट्री नहीं
00 जवानों को मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के निर्देश
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