नई दिल्ली। चीन में कोरोना से हाहाकार के बीच भारत सरकार अब हर एक कदम सावधानी से रख रही है। केंद्र कोरोना के खतरे से निपटने की हर तैयारी कर रहा है। कोरोना संकट के चलते केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ‘भारत बायोटेक’ के ‘इंट्रानेज़ल कोविड’ टीके को 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए ‘बूस्टर’ खुराक के तौर इस्तेमाल किए जाने को मंजूरी दे दी है। जो लोग पहले वैक्सीन की दो डोज ले चुके हैं, उन्हें ही ये वैक्सीन दी जाएगी। अभी के लिए यह निजी अस्पतालों में उपलब्ध होगा जिसकी कीमत चुकाना होगी।
गौरतलब है कि भारत बायोटेक की इस वैक्सीन का तीन बार ट्रायल किया जा चुका है। खास बात यह है कि तीनों ट्रायल में यह असरदार साबित हुई है। पहले फेज के ट्रायल में 175 और दूसरे फेज के ट्रायल में 200 लोगों को शामिल किया था। इसके बाद तीसरे फेज में दो ट्रायल हुए थे। पहले में 3,100 और दूसरे में 875 लोगों पर अलग-अलग तरह से इसे इस्तेमाल किया गया है। एक में इसे दो डोज वाली वैक्सीन की तरह और दूसरे में बूस्टर डोज की तरह दिया गया था।
बूस्टर डोज की तरह लगाया जाएगा
भारत बायोटेक की इस नेजल वैक्सीन का नाम ‘इन्कोवैक’ है। इसे बूस्टर डोज के तौर पर लगाया जाएगा। नेजल वैक्सीन की भी दो डोज दी जाती है। दोनों डोज में चार हफ्ते का अंतर होता है। हर डोज में 4-4 ड्रॉप नाक में डाली जाती है। यह तीन फेज के ट्रायल में असरदार साबित हुई है। इस वैक्सीन को भारत बायोटेक और अमेरिका की वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी ने मिलकर बनाया है।
सुई के जरिए नहीं नाक से दी जाएगी वैक्सीन
जब भी किसी वैक्सीन की बात होती है तो दिमाग में यही आता है कि इसे शरीर किसी भी हिस्से पर सुई से लगाई जाएगी लेकिन नेजल वैक्सीन को सुई से लगाए जाने के बजाय नाक से दिया जाएगा। जितने भी अब तक शोध हुए हैं, उनमें यही बात सामने आई है कि कोरोना नाक से ही शरीर में जगह बनाता है। ऐसे में अगर नाक से इस वैक्सीन को दिया जाएगा तो यह काफी असरदार साबित होगी।
इम्यूनिटी बढ़ाने में करेगी मदद
कोरोना से लड़ने के लिए हर व्यक्ति की इम्यूनिटी काफी मजबूत होनी चाहिए ताकि कोरोना का शिकार होने से बचा जा सके। यह वैक्सीन इम्यून सिस्टम को व्यक्ति के ब्लड में और उसकी नाक में प्रोटीन बनाने में मदद करती है ताकि आप आसानी से वायरस से लड़ सकें। इसका असर आपकी बॉडी में लगभग दो हफ्ते बाद शुरू होता है।
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ज्ञात हो कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ कोविड-19 संबंधी स्थिति को लेकर बैठक की और आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए। इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को संक्रमण को लेकर लापरवाही बरतने के प्रति आगाह करते हुए कहा था कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। उन्होंने लोगों से भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनने का आग्रह किया, जबकि अधिकारियों को खासकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर निगरानी संबंधी उपायों को कड़ा करने का निर्देश दिया था।
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