इसरो के सैटेलाइट ने दिया फरार ड्रग माफिया की अकूत संपत्ति का सुराग

-गुजरात का मामला, एनसीबी ने की कार्रवाई

  • अवैध धन से निर्मित आलीशान बंगला का पता लगा

(फोटो : )

अहमदाबाद। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने पहली बार भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की मदद से गुजरात के एक कुख्यात ड्रग माफिया की संपत्ति का पता लगाया है। एनसीबी को सैटेलाइट इमेज के जरिये पता लगाने में बड़ी कामयाबी मिली है। सैटेलाइट इमेज की मदद से जहां ड्रग माफिया ईसा राव के अवैध धन से निर्मित आलीशान बंगला का पता लगा, वहीं जांच के दौरान यह भी पता लगा कि ड्रग माफिया की देवभूमि द्वारका के अलावा मोरबी में भी संपत्ति है।

इसरो के एडीआरआईएन ने उपलब्ध कराई तस्वीरें

एनसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसरो के एडवांस्ड डाटा प्रोसेसिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (एडीआरआईएन) की ओर से उपलब्ध कराई गई सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि कैसे उसने तीन साल में देवभूमि-द्वारका जिले के जोडिया गांव में अपनी संपत्ति में वृद्धि की। इसके साथ ही करीब 50 लाख रुपये से अधिक की कीमत के बंगले के निर्माण का भी पता चला। तस्वीरों से यह भी पता लगा कि साल 2019 में उसने किस तरह बंगले का निर्माण कराया।

600 करोड़ की हेरोइन जब्ती मामले में है मुख्य आरोपी

फरार इसा राव नवंबर 2021 में मोरबी में जब्त 600 करोड़ की हेरोइन के मामले का मुख्य आरोपी है। गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने इसकी जांच को बाद में एनसीबी को सौंप दिया गया था।

कराची में छिपे होने की आशंका

फरार ड्रग तस्कर ईसा राव के फिलहाल पाकिस्तान के कराची में छिपे होने की आशंका है। गुजरात एटीएस ने मोरबी जिले के झिनजुडा गांव में नवंबर 2021 में एक निर्माणाधीन घर से 120 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई थी। बरामद हेरोइन की वैश्विक बाजारों में कीमत 600 करोड़ रुपये बताई गई थी। इस मामले में ईसा राव के भाई मुख्तार हुसैन सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। एटीएस ने हेरोइन की बरामदगी के संबंध में दावा किया था कि मादक पदार्थ राव के पाकिस्तानी सहयोगियों की ओर से समुद्री मार्ग से भेजा गया था।

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