कोरोना ने फिर डराया! स्वास्थ्य मंत्री की राहुल को चिट्ठी- बंद करें भारत जोड़ो यात्रा

— चीन के वेरिएंट पर अलर्ट, देश में अब तक मिले तीन केस, तीनों निगेटिव

— केंद्रीय मंत्री की चिट्ठी के बाद सियासी सरगर्मी, कांग्रेस बोली- पहले तय करें गाइडलाइन

इंट्रो

दुनियाभर में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। बढ़ते हुए केसों को देखते हुए केंद्र सरकार ने बुधवार को समीक्षा बैठक की। इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को चिट्ठी लिखी है और कहा कि यदि कोविड नियमों का पालन नहीं किया जा सकता, तो वह ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को निलंबित करने पर विचार करें। इस पर कांग्रेस ने आपत्ति जताते हुए कहा कि पहले कोविड गाइडलाइन जारी करें।

नई दिल्ली। कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर कोविड संबंधी चिंताओं को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के पत्र के बाद कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि जन स्वास्थ्य एक गंभीर मुद्दा है जिस पर दलगत राजनीति नहीं होनी चाहिए। कांग्रेस ने सरकार पर ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को कोविड चिंताओं के मद्देनजर चुनिंदा रूप से निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी तो कर्नाटक और राजस्थान में यात्रा निकाल रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कोरोना वायरस के प्रसार को लेकर तीन भाजपा सांसदों द्वारा व्यक्त की गयी चिंता का हवाला देते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से अपील की कि यदि कोविड नियमों का पालन नहीं किया जा सकता, तो वह ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को निलंबित करने पर विचार करें। मांडविया के पत्र के बाद एक बयान में कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राजस्थान के एक भाजपा सांसद द्वारा उन्हें भेजी गयी चिट्ठी के आधार पर गांधी को पत्र लिखा है। उक्त भाजपा सांसद ने मांडविया को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि भारत जोड़ो यात्रा में कोविड नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। रमेश ने कहा, सांसद का यह पत्र उनके राज्य में भारत जोड़ो यात्रा की व्यापक सफलता के बाद भेजा गया है। उन्होंने कहा, संसद की सामान्य ढंग से बैठक हो रही है। उड़ान समेत कहीं भी मास्क अनिवार्य नहीं है। भाजपा ने राजस्थान एवं कर्नाटक में यात्राएं निकाली हैं। हाल में राज्यों को केंद्र की ओर से कोई परामर्श जारी नहीं किया गया है। बस जिनोम अनुक्रमण पर कल केंद्र की ओर से राज्यों को भेजा गया पत्र अपवाद है। जयराम रमेश ने कहा कि मार्च, 2020 में मोदी सरकार ने लॉकडाउन लगाने में कथित रूप से कम से कम एक हफ्ते की ‘देरी’ की थी ताकि मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिरायी जा सके। उन्होंने कहा, जनस्वास्थ्य दलगत राजनीति के लिहाज से बेहद गंभीर विषय है। यदि लोगों की भीड़ के संबंध में कोई नियम होगा तो भारत जोड़ो यात्रा में निसंदेह उसका पालन किया जाएगा।

भारत जोड़ो यात्रा को व्यापक जनसमर्थन मिलने का दावा करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि कोई दोहरा मापदंड नहीं होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मार्च, 2020 में कांग्रेस ने मांग की थी कि लॉकडाउन लगाया जाए लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया था क्योंकि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार को गिराने पर ध्यान केंद्रित था। उन्होंने कहा कि जब सरकार गिर गयी, तब लॉकडाउन लगाया गया। उन्होंने भाजपा से इस विषय (कोरोना वायरस महामारी एवं लॉकडाउन) पर विपक्ष के साथ चर्चा एवं बातचीत करने को कहा।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी मांडविया के पत्र पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट किया, यह पत्र स्पष्ट दिखाता है कि भाजपा का उद्देश्य बढ़ते जनसमर्थन से घबराकर भारत जोड़ो यात्रा में व्यवधान पैदा करना है। नूंह में ही कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने सार्वजनिक परिवहन में पाबंदियां नहीं होने का संकेत देते हुए सरकार से कोविड नियमों की घोषणा करने को भी कहा। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा कर्नाटक में भी एक अन्य यात्रा निकाल रही है। खेड़ा ने कहा, क्या स्वास्थ्य मंत्री ने कर्नाटक भाजपा को भी यह पत्र लिखा है? हम जानना चाहते हैं। आज यदि आपको विमान से यात्रा करनी होगी है तो कोई आपसे मास्क लगाने या सेनेटाइजर का उपयोग करने को नहीं कहेगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने सार्वजनिक परिवहन में कड़े कदम नहीं क्यों नहीं उठाये।

कांग्रेस बोली- सफलता देख डर गई भाजपा

हरियाणा के नूंह में जयराम रमेश ने संवाददाताओं से कहा, मैं समझ सकता हूं कि भाजपा भारत जोड़ो यात्रा की सफलता देख डर गयी है और वह मुश्किल में है। उन्होंने कहा, कृपया, कोविड नियमों की घोषणा कीजिए। हम सभी कोविड नियमों का पालन करेंगे। रमेश ने यह भी कहा कि स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण द्वारा राज्यों को सभी कोविड-19 मामलों की जिनोम अनुक्रमण सुनिश्चित करने के लिए लिखा गया पत्र न कोई परामर्श है और न ही चेतावनी। उन्होंने कहा कि लेकिन मंत्री ने गांधी को पत्र लिख दिया। उन्होंने कहा, यदि यह गंभीर मुद्दा है तो संसद स्थगित कर दीजिए, उड़ानों में मास्क लगाना अनिवार्य कर दीजिए, सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दीजिए।

24 को दिल्ली प्रवेश करेगी यात्रा

कांग्रेस की विशाल जनसंपर्क पहल यह यात्रा सात सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और अब तक तमिलनाडु, केरल, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और राजस्थान से गुजर चुकी है। यह यात्रा 24 दिसंबर को दिल्ली में प्रवेश करेगी। आठ दिनों के अवकाश के बाद यह यात्रा उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब होते हुए आखिरी में जम्मू कश्मीर पहुंचेगी।

ओमीक्रोन के उपस्वरूप बीएफ.7 के भारत में तीन केस

चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के लिए जिम्मेदार ओमीक्रोन के उपस्वरूप बीएफ.7 के तीन मामले भारत में भी सामने आये हैं। अधिकारियों ने बताया कि गुजरात जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र ने भारत में बीएफ.7 के पहले मामले का पता लगाया था। उन्होंने कहा कि अब तक गुजरात से दो मामले सामने आए हैं, जबकि ओडिशा से एक मामला सामने आया है।

क्या है नया वेरिएंट

चीन के विभिन्न शहर वर्तमान में कोविड के अत्यधिक संक्रामक स्वरूप ओमीक्रॉन, ज्यादातर बीएफ.7, की चपेट में हैं, जो बीजिंग में फैलने वाला मुख्य स्वरूप है। इसी के कारण चीन में कोविड संक्रमण के मामलों में व्यापक उछाल आया है। बीएफ.7 ओमीक्रोन के स्वरूप बीए.5 का उपस्वरूप है। इसमें संक्रमण की व्यापक क्षमता होती है तथा इसकी इनक्यूबेशन अवधि कम होती है और इसमें पुन: संक्रमण पैदा करने या उन लोगों को भी संक्रमित करने की उच्च क्षमता होती है, जिन्हें टीका लगाया जा चुका है। यह अमेरिका, ब्रिटेन और बेल्जियम, जर्मनी, फ्रांस और डेनमार्क जैसे यूरोपीय देशों सहित कई देशों में पहले ही पाया जा चुका है।

सजग रहें, निगरानी बढ़ाएं

दुनिया के कई हिस्सों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में अचानक तेजी के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को देश में कोविड-19 स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को सजग रहने और निगरानी तंत्र मजबूत करने का निर्देश दिया। मांडविया ने एक ट्वीट में कहा, कुछ देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर आज विशेषज्ञों और अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की। कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है। मैंने सभी संबंधित लोगों को सजग रहने और निगरानी बढ़ाने के लिये कहा है। हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिये तैयार हैं। बैठक में स्वास्थ्य विभाग, औषध विभाग, जैवप्रौद्योगिकी विभाग और आयुष विभाग के सचिवों के अलावा भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक राजीव बहल, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी. के. पॉल और राष्ट्रीय टीकाकरण तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) के अध्यक्ष डॉ. एन. के. अरोड़ा भी शामिल हुए।

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