विपक्ष के नेताओं ने सरकार से मांग की कि चीन के साथ हुए टकराव पर संसद में चर्चा कराई जाए। सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार चर्चा नहीं कराने के अड़ियल रुख पर कायम है, जबकि जनता व सदन सीमा की असल स्थिति जानना चाहते हैं।
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अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारत व चीन की सेना के बीच पिछले दिनों हुए टकराव पर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने चिंता जताई है। पार्टी संसदीय दल की बैठक के बाद उन्होंने कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों के नेताओं के संसद परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन किया।
विपक्ष के नेताओं ने सरकार से मांग की कि चीन के साथ हुए टकराव पर संसद में चर्चा कराई जाए। सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार चर्चा नहीं कराने के अड़ियल रुख पर कायम है, जबकि जनता व सदन सीमा की असल स्थिति जानना चाहते हैं। सोनिया गांधी ने सवाल किया कि सरकार चीन के आक्रमण का आर्थिक पाबंदियां लगाकर जवाब क्यों नहीं दे रही है?
देश की आर्थिक स्थिति निराशाजनक : सोनिया
सीपीपी की बैठक में सोनिया गांधी ने यह भी कहा कि देश की आर्थिक स्थिति निराशाजनक है, जबकि सरकार दावा कर रही है कि सब ठीक है। पीएम ने कुछेक नियुक्ति पत्र बांटे, जबकि करोड़ों लोग अनिश्चित भविष्य का सामना कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री बोले- बीच-बीच में आती है गांधीजी की याद
कांग्रेस समेत 12 विपक्षी दलों के प्रदर्शन को लेकर केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि विपक्ष को बीच-बीच में गांधीजी की याद आती है। अच्छा है। कांग्रेस को याद रखना चाहिए कि उनके कार्यकाल में क्या हुआ था जमीन कितनी गई थी।
तवांग के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी
बता दें कि बीते 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसे लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है और संसद में चर्चा की मांग कर रहा है। हालांकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक बार संसद में इस पूरी झड़प को लेकर स्पष्ट बयान दे चुके हैं।
चीन के साथ झड़प के बाद सरकार का बड़ा फैसला, तवांग में बिछाया जाएगा मोबाइल टावरों का जाल
तवांग सेक्टर में बीते दिनों चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प के बाद भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। एलएसी पर बेहतर कनेक्टिविटी के लिए सरकार 23 नए मोबाइल टावर लगाने जा रही है। तवांग जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, यह फैसला नौ दिसंबर को यांग्त्से में भारत-चीन सैनिकों के संघर्ष के बाद लिया गया है।
तवांग के उपायुक्त केएन दामो ने कहा कि सरकार के फैसले के मुताबिक, बीएसएनएल और भारती एयरटेल तवांग में कनेक्टिविटी में सुधार के लिए 23 नए मोबाइल टावर लगाएंगे।
रक्षा बलों को मिलेगी बेहतर सुविधा
अधिकारियों ने बताया, इस क्षेत्र में मौजूदा मोबाइल टावर अभी जरूरत के मुताबिक सुविधाएं नहीं दे पा रहे हैं। इससे रक्षा बलों के साथ ही सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले आम नागरिकों को भी परेशानी हो रही है। ऐसे में सरकार की ओर से यह फैसला लिया गया है। अधिकारी ने बताया, पहले सीमावर्ती इलाकों में मोबाइल नेटवर्क नहीं था, लेकिन अब स्थिति बदल गई है और बुम-ला और वाई-जंक्शन पर भी इंटरनेट सेवा और मोबाइल कनेक्टिविटी मौजूद है। हालांकि, इसमें सुधार की जरूरत है।
43 टावर की प्रशासन ने की थी मांग
अधिकारियों ने बताया, तवांग जिला प्रशासन की ओर से 43 नए टावर की मांग की गई थी। हालांकि, 23 नए टावर लगाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने कहा, सर्दियों में मोबाइल टावर स्थापित करना एक चुनौती होगी, क्योंकि पहाड़ी इलाकों में हिमपात हो रहा है।

