लड़ाकू विमानों की गड़गड़ाहट से गूंजा एयरबेस, चीन से तनाव के बीच हुई वॉर एक्सरसाइज

  • असम के तेजपुर एयरबेस पर भारतीय वायुसेना का युद्धाभ्यास
  • सुखोई फाइटर जेट और ड्रोन्स ने की जमकर फ्लाइंग
  • अरुणाचल प्रदेश से सटी एलएसी पर चीन से हुआ था सीमा विवाद

नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश में चीन से चल रही तनातनी के बीच असम के तेजपुर एयरबेस पर भारतीय वायुसेना के युद्धाभ्यास के दूसरे दिन सुखोई फाइटर जेट और ड्रोन्स ने जमकर फ्लाइंग की। दो दिवसीय युद्धाभ्यास शुक्रवार की शाम खत्म हो गया। तेजपुर एयरबेस पर सुबह से ही लड़ाकू विमान और यूएवी की उड़ान शुरू हो गईं। सुखोई फाइटर जेट की एक के बाद एक फ्लाइंग से पूरे तेजपुर की एयर स्पेस गड़गड़ाहट से गूंज उठी। इस दौरान वायुसेना के यूएवी भी तेजपुर के आसमान में लगातार उड़ान भरते रहे।

अरुणाचल प्रदेश से सटी एलएसी पर अगर चीन की तरफ से एयर स्पेस का उल्लंघन होता है तो इसी तेजपुर एयर बेस से सुखोई लड़ाकू विमानों को स्क्रैम्बल किया जाता है। गुरुवार की शाम को तेजपुर एयरबेस पर हेलीकॉप्टर फ्लाइंग की ड्रिल की गई। एक के बाद एक चिनूक और दूसरे हेलीकॉप्टर्स ने तेजपुर के आसमान में नाइट फ्लाइंग ऑपरेशन का अभ्यास किया। असम और अरुणाचल प्रदेश में भारतीय वायुसेना का तेजपुर एक मात्र ऐसा बेस है, जहां लड़ाकू विमान तैनात हैं। इसके अलावा यहां हेलीकॉप्टर और ड्रोन भी तैनात हैं।

शाम तक चला युद्धाभ्यास

भारतीय वायुसेना की पूर्वी कमान गुरुवार से दो दिवसीय (15-16 दिसम्बर) युद्धाभ्यास कर रही थी। ये एक्सरसाइज असम और अरुणाचल प्रदेश सहित उत्तर-पूर्व के सभी राज्यों की एयर-स्पेस में की गई। इसको लेकर वायुसेना ने नोटम भी जारी कर रखा था। नोटिस टू एयरमैन (नोटम) के मुताबिक, ये युद्धाभ्यास गुरुवार दोपहर 1.30 बजे से शुक्रवार शाम 5.30 तक चला।

पूर्वी कमान प्रमुख बोले- चीन को सेना ने दिया कड़ा जवाब

अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में हाल में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीनी सैनिकों के साथ झड़प के बाद पहली बार पूर्वी कमांड के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने कहा, चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने एलएसी पार करने की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे चीनी सैनिकों को खदेड़ दिया। उन्होंने कहा, मैं देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सेना किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। वे शुक्रवार को यहां 51वें विजय दिवस के मौके पर यहां पूर्वी कमान मुख्यालय फोर्ट विलियम में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। कलिता ने कहा, झड़प में दोनों तरफ के सैनिकों को चोटें आईं। आर्मी कमांडर के मुताबिक, इस घटना में चीनी सैनिकों को ज्यादा नुकसान पहुंचा, जबकि हमारे कुछ ही जवान मामूली रूप से घायल हुए। कलिता ने कहा, इस घटनाक्रम के बाद बुमला में दोनों सेनाओं के एरिया कमांडरों की फ्लैग मीटिंग हुई और स्थानीय स्तर पर इसका समाधान हुआ। सीमा पर अभी हालात सामान्य व नियंत्रण में हैं। सेना कड़ी निगरानी रख रही है। इस अवसर पर पूर्वी आर्मी कमांडर ने फोर्ट विलियम स्थित विजय स्मारक पर 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में बलिदान होने वाले जांबाज़ योद्धाओं को श्रद्धांजलि अर्पित की। लेफ्टिनेंट जनरल कलिता ने कहा, एक सैनिक के नाते हम हमेशा अपने देश की रक्षा के लिए तैयार हैं। शांति हो या संघर्ष, प्राथमिक कार्य बाहरी या आंतरिक खतरे के खिलाफ देश की क्षेत्रीय अखंडता को सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है। हम सभी परिस्थितियों लिए तैयार हैं। ले. जनरल कलिता ने कहा कि टकराव का स्थानीय स्तर पर समाधान हुआ। इसे लेकर बुमला में एक फ्लैग मीटिंग भी हुई। हम सभी परिस्थितियों और आकस्मिक हालात से निपटने के लिए तैयार हैं। पूर्वी सेना कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने विजय दिवस के अवसर पर कोलकाता में विजय स्मारक पर श्रद्धांजलि देने के बाद यह बात कही।

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