गाड़ियों की नई स्पीड लिमिट तय होगी, जल्द आने वाले हैं नियम

-वाहनों की नई गति सीमा के संबंध में फैसला लेने जा रहा है केंद्र

  • सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दी जानकारी
  • सड़क दुर्घटनाओं के मामले में भारत दुनिया में है सबसे आगे

नई दिल्ली। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि विभिन्न राजमार्गों पर वाहनों की नई गति सीमा के संबंध में जल्दी ही फैसला किया जाएगा। गडकरी ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय नियम के आधार पर और राज्य सरकारों को विश्वास में लेकर टू लेन और फोर लेन सहित विभिन्न राजमार्गों पर नई गति सीमा का जल्दी ही निर्धारण किया जाएगा। उन्होंने अफसोस जताया कि सड़क दुर्घटनाओं के मामले में भारत दुनिया में सबसे आगे है और यहां हर साल पांच लाख दुर्घटनाएं होती हैं। उन्होंने कहा कि इन दुर्घटनाओं में जितने लोग मरते हैं, उतने किसी महामारी, लड़ाई या दंगों में नहीं मरते।

मशहूर हस्तियों का सहयोग

गडकरी ने कहा कि सरकार ऐसे हादसों पर काबू पाने के लिए लगातार कदम उठा रही है और लोगों के बीच जागरूकता एवं अन्य कदमों के साथ ही मशहूर हस्तियों का भी सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार नयी उच्च-स्तरीय सड़कें बना रही है जिससे कई शहरों के बीच की दूरी कम हो जाएगी। उन्होंने इस क्रम में कहा कि इन नयी सड़कों के बन जाने के बाद दिल्ली से चंडीगढ़ की दूरी घटकर ढाई घंटे की रह जाएगी जबकि दिल्ली से जयपुर, देहरादून एवं हरिद्वार दो घंटे में पहुंचा जा सकेगा।

टॉयलेट का पानी बेच कमाते हैं साल के 300 करोड़

आपको बता दें, गडकरी अपने इनोवेटिव आइडियाज के लिए पहचाने जाते हैं। हाल में एक मीडिया कार्यक्रम में उन्होंने बताया था मैं अपने शहर नागपुर के वेस्ट टॉयलेट वाटर को 7 साल पहले से महाराष्ट्र सरकार को बेचता हूं, क्या आप सोच सकते हैं कि ऐसा भी संभव है! इससे हमें 300 करोड़ रुपए साल के आते हैं। बकौल गडकरी महाराष्ट्र सरकार, नागपुर म्युनिसिपल कॉरपोरेशन से जो टॉयलेट का गंदा पानी खरीदती है, उसे साफ करके बिजली बनाने के काम में लेती है। साथ ही उस पानी से मेथेन निकालते हैं, उससे सीओटू अलग करके बायो-सीएनजी भी निकालते हैं।

पराली से बनेगा बायो विटामिन, अगले महीने मशीन लॉन्च

गडकरी ने बताया कि अभी भारत तीस लाख टन विटामिन इंपोर्ट करता है। मेरा सपना है कि हम पराली से बायो विटामिन बनाएं। सीएसआर की मदद से हम इसको करने जा रहे हैं। अगले महीने हम इसकी मशीन लांच करेंगे। ट्रैक्टर मोल्डर यूनिट में पराली डालने से 70% बायो विटामिन निकलेगा। मुझे बताया गया है कि यह विटामिन पेट्रोलियम विटामिन से कई गुना ज्यादा बेहतर है। दिल्ली-एनसीआर में पराली की बहुत समस्या है। इससे पराली की समस्या लगभग खत्म हो जाएगी।

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