मुंबईः मनोरंजन जगत के कॉन्फ्रेंस ‘न्यूज18 शोरील’ में हिंदी सिनेमा के शोमैन कहे जाने वाले निर्माता और निर्देशक सुभाष घई भी पहुंचे, जहां उन्होंने सिनेमा और ओटीटी सहित कई मुद्दों पर खुलकर बात की. यहां उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें शोमैन क्यों कहा जाता है उन्हें अब तक समझ नहीं आया. News18 Showreel में सुभाष घई और क्या बोले, आईये आपको बताते हैं.
मैं ये समझता हूं कि मुझे शोमैन क्यों कहा गया, किसने कहा, मुझे कभी पता नहीं चला. मुझे बस ये पता है कि हम स्क्रीन पर सपने दिखाते हैं. बिग शोज, बिग म्यूजिक, बिग स्क्रीन. एक गरीब लड़के को भी हक है कि वह सपने देख सके. आम आदमी को भी सपने देखने का हक है.
ओटीटी के जमाने में क्या लोगों के ख्वाब बदल गए हैं?
ओटीटी का जो दूसरा मतलब है, वह है ‘अदर देन टीवी’ और जो दूसरा है ‘अदर देन ड्रीम्स’. ओटीटी जो है, एक नया प्लेटफॉर्म है, जिसने यंग टैलेंट को इसने बदल दिया है. यह यंगस्टर्स के लिए बहुत अच्छा प्लेटफॉर्म है, अपने सपने, अपने आप को एक्सप्रेस करने का. लेकिन, हमेशा ही स्मॉल स्क्रीन और बिग स्क्रीन में डिफरेंस रहेगा. मैं सिनेमा से बिलॉन्ग करता हूं. मैं कभी नहीं सोच सकता कि मैं एक फिल्म टीवी के लिए बना दूं. मैं ऐसा नहीं कर सकता. OTT ने एक्टर दिए हैं, सिनेमा ने स्टार दिए.’
सुभाष घई कभी इंडस्ट्री में एक्टर बनने का सपना लेकर दाखिल हुए थे, लेकिन बन गए फिल्म निर्माता और निर्देशक. इस पर बात करते हुए वह कहते हैं- ‘अगर मैं ओटीटी के जमाने में आया होता तो शायद एक्टर होता, लेकन मैं सिनेमा के समय में आया. सिनेमा ही ऐसा मीडियम था जिंदगी की कहानियां बता सकते हैं, सिनेमा इज जस्ट वन गो, आडियंस हमारी खासंती भी है तो फिल्म मेकर को डर लगता है, आपको हर सेकेंड , टीवी मे तो आराम है, अच्ची कहानी बताओ,, अभी भी वो थोडे कन्फ्यूजन मे है, कोस्टल ब्यावज, वेस्टर्न वर्लड को देखते है, उनकी पीठ भारत की तरफ होती है, वो भारत से नही जुड़ पाते हैं.’

