Fifa world cup 2022: कतर में फीफा वर्ल्ड कप का रोमांच जारी है। गुरुवार को स्विट्जरलैंड ने कैमरून को 1-0 से हराकर इस टूर्नामेंट में पहली जीत दर्ज की। स्विट्जरलैंड के लिए ब्रील एम्बोलो ने हाफ टाइम के ठीक बाद 48वें मिनट में गोल दागा। जबकि कैमरून की टीम कोई गोल नहीं कर पाए। इस पूरे मैच में एक ही गोल हुआ,
मैच के पहले हाफ में, दोनों टीमों ने शानदार प्रदर्शन किया। पहले हाप तक दोनों टीमें एक-दूसरे पर जवाबी हमला करती दिखीं। इस दौरान स्विट्जरलैंड की तुलना में कैमरून की टीम ज्यादा आक्रामक दिखाई दी, लेकिन पहले हाफ तक दोनों ही टीमों का स्कोर 0-0 रहा था। इसके बाद दूसरे हाफ में मैच पलटा।
दूसरे हाफ में पलटा मैच
दूसरे हाफ कैमरून टीम ने स्कोर करने के कुल सात मौके बनाए, इनमें से चार शॉट लक्ष्य पर रहे हैं, लेकिन गोल नहीं हुआ है, वहीं स्विट्जरलैंड ने आठ में एक शॉट प्रयास किया और उसी में गोल करने में सफल रहे।
गोल करने के बाद ब्रेल एंबोलो ने नहीं मनाया जश्न
जीत का गोल स्विट्जरलैंड के स्ट्राइकर ब्रेल एंबोलो ने किया, लेकिन उन्होंने जश्न मनाने से इनकार कर दिया। गोल करने के बाद जब उनके साथ पास पहुंचे तो वह अपने हाथ हवा में लिए खड़े थे और उनकी आंखें जमीन पर थीं।
ब्रेल एंबोलो ने इस वजह से नहीं मनाया जश्न
दरअसल, ब्रेल एंबोलो ने इस वर्ल्ड कप में अपने पहले गोल पर जश्न इसलिए नहीं मनाया क्योंकि उनका जन्म कैमरून में ही हुआ था। आज उन्होंने जब कैमरून टीम के खिलाफ खेला तो देश भावना को ध्यान में रखकर जश्न नहीं मनाया। कुछ लोग इसे सही बता रहे हैं और उनकी ट्विटर पर तारीफ कर रहे हैं।
5 साल की उम्र में कैमरून छोड़ा था
दरअसल, माता-पिता के अलगाव के बाद ब्रेल एंबोलो अपनी मां के साथ कैमरून से 5 साल की उम्र में ही फ्रांस चले गए थे। फ्रांस जाने के बाद वह स्विटजरलैंड आए। स्विटजरलैंड में एंबोलो की मां ने उनके सौतेले पिता से शादी की, जो एक स्विस हैं।
2014 में मिली थी ब्रेल एंबोलो को
इसके बाद ब्रेल एंबोलो बेसल चले गए, जहां वह सिटी क्लब एफसी बेसल के युवा रैंक में शामिल हो गए। इसके बाद जब उन्होंने 2014 में बेसल के लिए पदार्पण किया तो तभी ब्रेल एंबोलो को स्विस की नागरिकता मिली थी।

