-मामले की संवेदनशीलता ने उड़ा दिए अफसरों के होश
- आठ फीट लंबी इस सुरंग का दूसरा सिरा कोर्ट परिसर में ही
-कई घंटों की खुदाई के बाद ही बन सकती है इतनी लंबी सुरंग
जयपुर। जयपुर के बनीपार्क स्थित सेशन कोर्ट में बनी हवालात में आठ फीट लंबी सुरंग मिली है। इस सुरंग ने अधिकारियों के होश उड़ा दिए हैं। इस हवालात में पेशी के लिए आने वाले कैदियों को रखा जाता है। पता चला है कि सोमवार को एक गैंग के गुट की पेशी होनी थी। सुरक्षा कारणों से पुलिस और अन्य अधिकारियों ने इनके नाम नहीं बताए हैं। जयपुर की सेशन कोर्ट में यह मामला सामने आया है। सोमवार को एक गैंग के पांच सदस्यों की पेशी थी। पेशी होने तक उन्हें इस कोर्ट के नीचे बनी अस्थायी जेल में रका जाना था। इसके बाद ही उनकी पेशी होती। हवालात की जांच के दौरान पता चला कि वहां तो आठ फीट लंबी एक सुरंग बनी है। उसका दूसरा सिरा कोर्ट परिसर में ही है। अगर इस पर ध्यान नहीं जाता तो कैदी भीड़ का लाभ उठाकर दीवार लांघ जाते और आसानी से फरार हो जाते। इस सुरंग को फिलहाल पत्थरों से भर दिया गया है। साथ ही अस्थायी जेल को फिलहाल बंद कर दिया गया है।
सुरंग खोदने में लगे होंगे 10-12 घंटे
हैरानी की बात यह है कि सुरंग को खोदने में कम से कम 10-12 घंटे लगे होंगे। इतना ही नहीं सुरंग से निकाली गई मिट्टी भी सलीके से बाहर निकाल दी गई है, ताकि किसी को किसी तरह का कोई शक न हो। अधिकारियों को संदेह है कि यह काम शनिवार-रविवार की छुट्टी में ही किया गया होगा। इसके बाद भी यह संरक्षित क्षेत्र है। ऐसे में इस जगह सुरंग की खुदाई करना कई सवाल खड़े कर रहा है।
कैदियों से भी पूछताछ
जिन पांच कैदियों की सोमवार को पेशी थी, उनसे भी पुलिस पूछताछ कर रही है। इसके अलावा जिन सुरक्षाकर्मियों की तैनाती कोर्ट परिसर में थी, उनके बारे में भी और जानकारी जुटाई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि सुरंग खोदना और फिर उसके अंदर से निकली मिट्टी को ठिकाने लगाना आसान काम नहीं है। इसमें सुरक्षाकर्मियों से मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता।
सुरक्षा में बड़ी सेंध
बार एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष महेन्द्र गहलोत ने बताया कि सेशन कोर्ट की हवालात में सुरंग मिलना सुरक्षा में बड़ी सेंध है। नार्मल बंदी के साथ ही हार्डकोर बंदियों को पेशी पर यहां लाया जाता है। सुरंग का पता नहीं चलता तो हवालात में बंद करने वाले कई हार्डकोर अपराधी भागने में कामयाब हो जाते। जिस जगह गड्ढा खोदकर सुरंग बनाई गई थी। हवालात की उस दीवार के पास कैदियों को आने वाली बस को खड़ा किया जाता है। बस की आड़ में सुरंग से एक-एक कर बहुत सारे बंदी फरार हो सकते थे। जेल सुपरिटेंडेंट संजय यादव से पेश होने वाले बंदियों के बारे में पूछा गया तो कहा- हम जेल से पेशी पर जाने वाले कैदियों की जानकारी उपलब्ध नहीं करवा सकते। मेरी जानकारी में सेशन कोर्ट की हवालात में सुरंग खोदने के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

