गहलोत ने नहीं दिया अडानी को स्पेशल ट्रीटमेंट, बड़े निवेश को कोई भी मना नहीं करेगा : राहुल

-गहलोत-अडानी की मुलाकात पर आया बयान

नई दिल्ली। उद्योगपति गौतम अडानी की राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ मुलाकात की चर्चा हर तरफ है। ऐसे में जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी से इस मुलाकात के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सीएम अशोक गहलोत ने गौतम अडानी को कोई स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं दिया। ना ही अपनी पॉलिटिकल पॉवर का इस्तेमाल उनके बिजनेस को मदद पहुंचाने में किया। गौतम अडानी ने राजस्थान में 60,000 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव रखा है, कोई भी मुख्यमंत्री इसके लिए मना नहीं करेगा। “मेरा तर्क कुछ चुने हुए व्यवसायों की मदद के लिए पॉलिटकल पावर के इस्तेमाल में है। मेरा विरोध 2 या 3 या 4 बड़े व्यवसायों को इस देश में हर एक व्यवसाय पर एकाधिकार के लिए राजनीतिक रूप से मदद करने का है, वही मेरा विरोध है। ”पार्टी के भारत जोड़ो यात्रा की अगुवाई कर रहे राहुल ने कर्नाटक के तुमकुर में एक प्रेस कांफ्रेंस में यह बात कही। गौरतलब है कि अरबपति उद्योगपति गौतम अडानी ने शुक्रवार को जयपुर में राजस्थान में 65,000 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव रखा था। राहुल गांधी अक्सर उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी का नाम लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हैं। वो नरेन्द्र मोदी सरकार पर सिर्फ चुनिंदा उद्योगपतियों के लिए काम करने का आरोप लगाते रहते हैं।

नहीं बनेगा कोई रिमोट अध्यक्ष

राहुल ने बातचीत में उन आरोपों से इनकार किया है कि पार्टी का नया अध्यक्ष रिमोट कंट्रोल होगा। उन्होंने कहा कि जो लोग (मल्लिकार्जुन खड़गे व शशि थरूर) भी अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे हैं, उनके पास अपनी समझ है। “मुझे नहीं लगता कि उनमें से कोई भी रिमोट कंट्रोल से चलने वाला है। इस तरह की बात करना, दरअसल उनका अपमान है।

सावरकर ने लिए अंग्रेजों से पैसे

कॉन्फ्रेंस में गांधी ने कहा, कांग्रेस और उसके नेताओं ने आजादी की लड़ाई लड़ी। महात्मा गांधी, सरदार पटेल, जवाहर लाल नेहरू ने देश के लिए अपनी जान दी, लेकिन जहां तक मेरी समझ है आरएसएस अंग्रेजों की मदद कर रहा था और सावरकर को अंग्रेजों से पैसे मिल रहे थे। राहुल गांधी ने कहा, भारत के स्वतंत्रता आंदोलन की लड़ाई में भाजपा कहीं नहीं दिखती है।

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