चंडीगढ़ में वायुसेना का एयरशो..सुखना पर दिखा ‘प्रचंड’

  • वायुसेना दिवस की धूम, राष्ट्रपति-रक्षामंत्री की मौजूदगी में हुआ एयर-शो
  • पहली बार वायुसेना ने गाजियाबाद को छोड़कर चंडीगढ़ में किया एयर शो

-स्वदेशी लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर प्रचंड पहली बार शामिल हुआ एयर शो में

  • आजादी के बाद पहली दफे नई संचालन शाखा स्थापित

नई दिल्ली। वायुसेना दिवस पर शनिवार को चंडीगढ़ की सुखना लेक पर वायुसेना का प्रचंड शौर्य दिखा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा चंडीगढ़ और आसपास के राज्यों से करीब 35 हजार लोग सुखना लेक पहुंचे और एयर शो में अत्याधुनिक लड़ाकू विमान राफेल की ताकत और तेजस की रफ्तार के साथ अन्य विमानों के करतब देखे। वायुसेना दिवस के साथ शनिवार को दो संयोग भी जुड़े। पहली बार वायुसेना ने गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस को छोड़कर चंडीगढ़ की सुखना लेक पर एयर शो किया। वहीं देश में ही निर्मित लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर प्रचंड पहली बार एयर शो में शामिल हुआ।

हथियार प्रणाली शाखा के निर्माण को मंजूरी

इससे पहले सुबह वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी ने एयरफोर्स की 90 वीं वर्षगांठ के अवसर पर कहा कि इस ऐतिहासिक अवसर पर यह घोषणा करते हुए मुझे खुशी हो रही है कि सरकार ने भारतीय वायु सेना में अधिकारियों के लिए एक हथियार प्रणाली शाखा के निर्माण को मंजूरी दे दी है। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी ने कहा कि हमें अपने पूर्ववर्तियों की कड़ी मेहनत, लगन और दूरदृष्टि से गौरवशाली विरासत मिली है। इस कोर्स को चार्टर्ड करने वाले हमारे दिग्गजों के योगदान को स्वीकार करने का अधिकार। अब भारतीय वायुसेना को शताब्दी दशक में लाने की जिम्मेदारी हम पर है।

आजादी के बाद पहली नई संचालन शाखा

इस मौके पर एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने वायुसेना को लेकर कई अहम घोषणाएं कीं। इनमें सबसे अहम अत्याधुनिक शस्त्रों के रखरखाव के लिए एक नई इकाई ‘दिशा’ का गठन है। इसके गठन से 3400 करोड़ रुपये की बचत होगी। वायुसेना प्रमुख चौधरी ने एलान किया कि नई ‘वीपन सिस्टम्स ब्रांच’ हमारे पास मौजूद हर तरह की नवीनतम हथियार प्रणाली का रखरखाव करेगी। आजादी के बाद यह पहला मौका है, जब एक नई संचालन शाखा स्थापित की जा रही है। इस शाखा के गठन से 3400 करोड़ से ज्यादा की बचत होगी।

अग्निवीरों के लिए बदली परिचालन प्रशिक्षण पद्धति

वायुसेना प्रमुख ने कहा कि हमने यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी परिचालन प्रशिक्षण पद्धति को बदल दिया है कि प्रत्येक अग्निवीर भारतीय वायुसेना में करियर शुरू करने के लिए सही कौशल और ज्ञान से लैस हो। इस साल दिसंबर में, हम शुरुआती प्रशिक्षण के लिए 3,000 अग्निवीर वायु को शामिल करेंगे। आने वाले वर्षों में यह संख्या और बढ़ेगी।

अगले साल भर्ती होंगी महिलाएं

वायुसेना प्रमुख ने कहा कि हम अगले साल से महिला अग्निशामकों को शामिल करने की भी योजना बना रहे हैं। बुनियादी ढांचे का निर्माण प्रगति पर है। वहीं शनिवार को एयर फोर्स को नई कॉम्बैट ड्रेस भी मिली।

दुश्मनों को देगी चकमा, हर मौसम में आरामदेह

वायुसेना की नई ड्रेस

नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना ने शनिवार को अपना 90वां स्थापना दिवस मनाया। एयर फोर्स डे पर शनिवार को चंडीगढ़ के एयरफोर्स स्टेशन 12 विंग में परेड और फ्लाई पास्ट का कार्यक्रम हुआ। इसमें भारतीय वायु सेना की नई कॉम्बैट यूनिफाॅर्म लाॅन्च किया गया। भारतीय वायुसेना में काॅम्बैट टी-शर्ट को पहली बार शामिल किया गया है। एयर फोर्स की खासियतों के बारे में बात करें तो पहली खासियत है कि यह पूरी तरह से स्वदेशी है। इसका रंग और डिजाइन, जो प्रकृति के अनुरूप है। इसकी बदौलत दुश्मन को आसानी से चकमा दिया जा सकता है।

नई युद्धक वर्दी प्रदर्शित

एयरफोर्स डे के कार्यक्रम में विंग कमांडर कुणाल खन्ना और उनकी टीम ने वायु सेना की नई युद्धक वर्दी प्रदर्शित की। एयरफोर्स की तरफ से शेयर की गई नई वर्दी आईटीबीपी के जवानों के वर्दी से मिलती-जुलती नजर आ रही है। इस वर्दी का प्रयोग फाइटर प्लेन उड़ाने वाले पायलट युद्ध के दौरान करेंगे।

ऐसी खासियत

नई वर्दी का फैब्रिक काफी आरामदायक

हल्की और स्ट्रेचेबल यानी लचीली

वर्दी में टीशर्ट, शर्ट और पैंट के अलावा टोपी-जूते भी अलग

यह वर्दी दुश्मनों को डिस्ट्रैक्ट करने में मददगार

यह एक तरह से पारंपरिक सुरक्षा कवच प्रदान करता है

प्रातिक्रिया दे