क्रिकेटर को दुर्गा पूजा की बधाई देने पर धर्म बदलने की धमकी

-बांग्लादेश के हिंदू खिलाड़ी को कट्टरपंथियों ने दिया अल्टीमेटम

ढाका। बांग्लादेश में कट्टरपंथियों ने क्रिकेटर लिटन दास की हिंदू धार्मिक मान्यताओं को ना सिर्फ बदनाम किया, बल्कि उन्हें इस्लाम धर्म अपनाने के लिए भी कहा। दरअसल, लिटन दास ने 25 सितंबर को महालया के अवसर पर फेसबुक पर अपने प्रशंसकों को बधाई साझा की थी। बांग्लादेश में महालया को दुर्गा पूजा की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। लिटन दास ने जैसे ही फेसबुक पर दुर्गा पूजा की बधाई दी, उन्हें कट्टरपंथियों की ओर से धमकियां दी जाने लगीं और धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया जाने लगा।

कट्टरपंथियों ने मूर्ति पूजा की निंदा की और हिंदू देवता को ‘मिट्टी से बनी’ वस्तु बताकर उसका मजाक उड़ाया। धार्मिक वर्चस्व की अपनी बनावटी दुनिया में रहने वाले कट्टरपंथियों ने यह भी आशा व्यक्त की कि लिटन दास कथित ‘एक सच्ची आस्था’ मतलब कि इस्लाम में परिवर्तित हो जाएंगे।

फेसबुक पोस्ट में मूर्ति साझा

एक फेसबुक पोस्ट में, बांग्लादेशी बल्लेबाज ने देवी दुर्गा की एक मूर्ति की तस्वीर को साझा किया और कैप्शन में लिखा, ‘सुभो महालय! मां दुर्गा आ रही हैं। ’ इसके तुरंत बाद, कट्टरपंथी उनकी टाइमलाइन पर उतर आए और दास को हिंदू धर्म की मान्यताओं को मानने के लिए गाली दी। उल्लेखनीय है कि महालय कैलाश पर्वत से देवी दुर्गा के पृथ्वी पर आगमन का प्रतीक है। एक कट्टरपंथी ने महालया को लेकर लिटन दास की पोस्ट पर टिप्पणी करते हुए लिखा, ‘दुनिया का सबसे अच्छा धर्म इस्लाम है। ’ इसी तरह से एक अन्य ने लिखा, ‘अल्लाह सभी को रास्ता दिखाए, और उन्हें सही रास्ता (इस्लाम) खोजने के लिए ज्ञान दे।’

000

प्रातिक्रिया दे