कभी सोचा है कि अगर आपको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आए तो? कैसे पहचानेंगे कि खुद मोदी बोल रहे हैं या कोई मिमिक्री आर्टिस्ट? ऐसे कई मामले आए हैं जिसमें लोगों ने प्रधानमंत्री कार्यालय से होने का दावा कर लोगों को ठग लिया। ज्यादातर मामलों में ठगों ने अपना नंबर कॉन्टैक्ट ऐप्स में Prime Minister’s Office या PMO के नाम से सेव किया था। असल में अगर आपको प्रधानमंत्री कार्यालय से कॉल आएगा तो ऑफिशियल फोन से आएगा। PMO के नंबर्स आपको उसकी वेबसाइट पर मिल जाएंगे। अब बात पीएम मोदी के मोबाइल नंबर की। उनका फोन नंबर क्या है, इसकी जानकारी बस चुनिंदा लोगों को ही है। उन्हें भी जब वह फोन करते हैं तो कॉलर आईडी नहीं दिखती। ऐसे में कई बार मंत्री भी चौंक जाते हैं। ऐसा ही एक वाकया सुनाया विदेश मंत्री एस जयशंकर ने।
आधी रात को जयशंकर के पास आया था फोन
अमेरिका दौरे पर गए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने वहां एक किस्सा सुनाया। वाकया पिछले साल अफगानिस्तान में पैदा हुए संकट का है। जयशंकर उस वक्त काबुल में फंसे भारतीयों को वापस लाने के मिशन में लगे थे। एक दिन आधी रात गुजर जाने के बाद उनका मोबाइल बजा। स्क्रीन पर कोई नंबर नहीं था। जयशंकर हैरान हुए। फिर उन्होंने फोन उठाया तो उधर से मोदी की आवाज गूंजी। मोदी ने जयशंकर से पूछा, ‘जागे हो?’ जयशंकर ने आगे बताया, ‘मैंने कहां हां सर। 12.30 बजा है और क्या कर रहा होऊंगा? उन्होंने कहा, अच्छा.. टीवी देख रहे हो… क्या हो रहा है वहां?’ विस्तार से पढ़ें पूरा किस्सा
पीएम मोदी का फोन आता है तो क्या दिखता है?
मोदी इस वक्त भारत के प्रधानमंत्री हैं। उनके मोबाइल नंबर जैसी निजी जानकारी सार्वजनिक होना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकता है। इसीलिए उनके मोबाइल नंबर की कॉलर आईडी ‘हिडेन’ यानी छिपी हुई रखी जाती है। कॉलर आईडी डिसेबल करने का जिम्मा मोबाइल ऑपरेटर का होता है। मतलब यह कि अगर अभी आपको पीएम मोदी का फोन आया तो स्क्रीन पर नंबर नहीं दिखेगा। वहां Private Number से लेकर Restricted Caller ID तक लिखा आ सकता है।
फोन पर हर अपडेट लेते हैं पीएम मोदी
2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के पीछे उनकी टेक-सेवी छवि और सोशल मीडिया पर लोगों से जुड़ाव को भी एक फैक्टर समझा जाता है। वह गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए भी लोगों से कनेक्ट करने के लिए तकनीक का खूब इस्तेमाल करते थे। पीएम बनने के बाद वह अक्सर फोन पर प्रोजेक्ट्स का अपडेट लेते हैं। यह बात उन्होंने खुद कई मौकों पर बताई है। ‘मन की बात’ कार्यक्रम के लिए पीएम मोदी अक्सर ही देश के किसी न किसी कोने की प्रेरक हस्ती को फोन मिलाते हैं। ऊपर वाली तस्वीर तब की है जब पीएम मोदी ने हॉकी टीम का हौसला बढ़ाया था।
पीएम मोदी से संपर्क करना हो तो?
प्रधानमंत्री तक अपनी बात पहुंचाने के कई तरीके हैं। इनमें से किसी का भी इस्तेमाल पीएम से कनेक्ट होने के लिए किया जा सकता है।

