अंकिता की मौत से उबला उत्तराखंड, जगह-जगह प्रदर्शन, सीएम के भरोसे के बाद अंत्येष्टि के लिए राजी हुआ परिवार

देहरादून। उत्तराखंड का अंकिता भंडारी मर्डर केस पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। बड़ी संख्या में लोगों ने उत्तराखंड के श्रीनगर सहित अन्य क्षेत्रों में इकट्ठे होकर प्रदर्शन किया। नाराज लोगों ने बद्रीनाथ-ऋषिकेश हाइवे पर जाम लगा दिया है। बताया जा रहा है कि अंकिता का परिवार पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है और उसने अंतिम संस्कार के लिए मना कर दिया था। वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अंकिता परिवार अंतिम संस्कार के लिए सहमत हो गया है। अंतिम संस्कार के लिए अंकिता का शव उत्तराखंड के श्रीनगर ले जाया गया। सीएम धामी ने कहा कि अंकिता के आरोपियों को सजा दिलाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन होगा। अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट जल्द सार्वजनिक की जाएगी।

उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के श्रीनगर में पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर भारी विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, जहां अंकिता भंडारी के पिता अंतिम संस्कार के लिए उनका शव लेने पहुंचे। इस दौरान लोगों ने ‘अंकिता हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल ज़िंदा हैं’ के नारे लगाए। लोगों का कहना है कि मामले में आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले, सिर्फ आश्वासन से काम नहीं चलेगा। बता दें कि उत्तराखंड में अंकिता की हत्या के मामले में भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है। वहीं बड़ी संख्या में लोग उत्तराखंड के श्रीनगर में इकट्ठे होकर प्रदर्शन कर रहे हैं। लोगों में घटना को लेकर बेहद नाराजगी देखी जा रही है।

सबूत कर लिए थे सुरक्षितः एएसपी

पौड़ी के एएसपी शेखर सुयाल ने अपने एक बयान में कहा है कि कई मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि अंकिता हत्याकांड में साक्ष्य मिटाए गए हैं। मैं बताना चाहता हूं कि हम खुद 22 सितंबर को रिजॉर्ट गए थे, जहां हमने वीडियोग्राफी की थी। इसके बाद 23 सितंबर की सुबह फोरेंसिक टीम ने जांच की थी और साक्ष्यों को सुरक्षित किया था।

शनिवार की सुबह नहर में मिली थी अंकिता की लाश

बता दें कि 18 सितंबर से लापता अंकिता भंडारी की शनिवार सुबह चिल्ला नहर में लाश मिली थी। उसकी हत्या का आरोप रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और असिस्टेंट मैनेजर अंकित गुप्ता पर लगाया गया है। कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

एसआईटी गठित, फास्ट ट्रैक में सुनवाई : सीएम धामी

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस हृदय विदारक घटना से मन अत्यंत व्यथित है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए पुलिस उपमहानिरीक्षक पी. रेणुका देवी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर मामले की गहराई से जांच के भी आदेश दे दिए हैं। इस केस की फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए सुनवाई की जाएगी।

अंकिता के पिता बोले- आरोपियों को फांसी हो

अंकिता के पिता ने कहा कि उत्तराखंड के डीजीपी से बात हुई है, उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। अंकिता के पिता दोषियों को फांसी की मांग कर रहे हैं।

अंकिता पर था गलत काम करने का दबाव : डीजीपी

अंकिता भंडारी हत्याकांड में डीजीपी अशोक कुमार का बड़ा बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि मामले में 3 आरोपी गिरफ्तार किए गए। अंकिता पर गलत काम करने का दबाव था। डीजीपी ने बताया कि अंकिता भंडारी पर पुलकित के भाई अंकित आर्य को स्पेशल सर्विस देने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। जल्द ही इस मामले में विस्तृत खुलासा किया जाएगा।

डूबने व दम घुटने से हुई मौत : पीएम रिपोर्ट

अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में अब मृतका की शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आयी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, अंकिता की मौत दम घुटने और डूबने से हुई है साथ ही शरीर पर चोट के निशान भी मिले हैं। हालांकि, चोट कैसे लगी ये पोस्टमार्टम की पूरी रिपोर्ट सामने आने के बाद ही साफ हो पाएगा।

ये है पूरा मामला

उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर विधानसभा इलाके के एक प्राइवेट रिजॉर्ट में अंकिता भंडारी रिसेप्शनिस्ट थी। वह बीते 18-19 सितंबर से लापता थी। पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें जिला पावर हाउस के पास शक्ति नहर में तलाशी अभियान चला रही थीं। शनिवार सुबह पुलिस को अंकिता की डेडबॉडी चिल्ला पावर हाउस के पास से मिली।

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