मुंबई। पंजाब की चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में लड़कियों का एमएमएस लीक होने की घटना को लेकर हंगामा मचा हुआ है। उधर, आईआईटी बॉम्बे में एक कैंटीन कर्मचारी को गर्ल्स हॉस्टल के बाथरूम में झांकते हुए पकड़ा गया है। कैंटीन में रात के वक्त ड्यूटी करने वाला यह कर्मचारी रविवार की रात गर्ल्स हॉस्टल के बाथरूम में ताक-झांक कर रहा था। इसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। छात्राओं ने कर्मचारी के ऊपर आरोप लगाया है कि वह लड़कियों का वीडियो भी बना रहा था। हालांकि पुलिस के मुताबिक इस आरोप की अभी पुष्टि नहीं हो सकी है।
यह मामला रविवार की रात सामने आया। एक छात्रा ने किसी को खिड़की से गर्ल्स हॉस्टल के बाथरूम में झांकते देखा। इसके बाद उसने शोर मचाकर सबको इसकी जानकारी दी। वहीं आईआईटी बॉम्बे ने इस मामले में बयान जारी किया है। इन-हाउस मैगजीन में जारी इस बयान के मुताबिक मामला हॉस्टल-10 का है। यहां की कैंटीन रविवार को पेस्ट कंट्रोल वर्क के लिए बंद कर दी गई थी। लेकिन यहां काम करने वाले कर्मचारी रात में हॉस्टल परिसर में ही रुक गए थे। बयान के मुताबिक हॉस्टल बिल्डिंग की कुछ विंग्स में बाथरूम की खिड़कियों पर प्लेटफॉर्म जैसा बना हुआ है। यह ग्राउंड फ्लोर से पाइपों से जुड़ा हुआ है। इन्हीं पाइपों का सहारा लेकर झांकने वाला खिड़की तक पहुंचा था।
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पाइप डक्ट के सहारे चढ़ा
आईआईटी बॉम्बे के एक प्रवक्ता ने बताया कि हॉस्टल-10 में रहने वालों की सतर्कता के चलते दोषी पकड़ा गया। इसके बाद उसे पोवाई पुलिस को सौंप दिया गया। उन्होंने कहा कि हॉस्टल की नाइट कैंटीन का कर्मचारी पाइप डक्ट के सहारे चढ़कर बाथरूम में झांक रहा था। यह घटना महिलाओं के निजी स्पेस का उल्लंघन है।
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चंडीगढ़ मामले में चौथा आरोपी
चंडीगढ़ की यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में लड़कियों के वीडियो लीक होने के मामले में चौथे आरोपी की एंट्री हो गई है। सात दिनों तक पुलिस रिमांड में भेजे गए तीनों आरोपियों (छात्रा, उसका बॉयफ्रेंड सनी मेहता और उसका दोस्त रंकज वर्मा) से शुरुआती पूछताछ में कई तथ्य हाथ लगे हैं। छात्रा के मोबाइल से एक दर्जन से ज्यादा वीडियो रिकवर कर लिए हैं।
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