बचपन में अक्सर कुत्तों का डर दिखा कर मम्मियां कहती थीं कि काट लिया तो पेट में 14 इंजेक्शन लगेंगे। नुकीले और बड़े बड़े दांत वाले डॉग्स को देखकर ये डर लाजमी भी है। 14 इंजेक्शन लगेंगे या नहीं ये तो डॉक्टर तय करते हैं। अगर कुत्ता किसी को काट ले तो फर्स्ट एड क्या दिया जाना चाहिए ये जान लेना भी बहुत जरूरी है। ताकि, आप आपात परिस्थितियों के लिए तैयार रहे।
इन दिनों ऐसी घटनाएं सुनकर आप भी दहल रहे होंगे, जिसमें कुछ पालतू कुत्तों के दूसरों को काटने की खबर है। आमतौर पर जब बगल से कोई पेट डॉग गुजरता है तो लोग इस इत्मीनान से रहते हैं कि पेट डॉग काटेगा नहीं। लेकिन पिछले कुछ दिनों से जिस तरह पेट डॉग्स के खतरनाक हमलों की खबर आ रही है अब उनसे डरना भी जायज है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इन घटनाओं के मद्देनजर दिल्ली म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन ने पेट डॉग्स के रजिस्ट्रेशन को ही अनिवार्य कर दिया है। साथ ही डॉग ओनर्स को ये ताकीद भी की है कि कॉर्पोरेशन अनरजिस्टर्ड पेट्स को जब्त भी कर सकता है।
अगर कुत्ता काट ले तो क्या करें?
ये जान लेना भी जरूरी है कि डॉग किसी को काट ले तो डॉक्टर के पास जाने से पहले क्या फर्स्ट एड दिया जाए। मान लीजिए कोई ऐसी परिस्थिति बन ही जाती है जब किसी एग्रेसिव पेट डॉग से सामना हो जाए और, वो डॉग आपके जानने वाले या साथ वाले किसी को काट ले। तब आप क्या करेंगे। डॉक्टर के पास पहुंचने से पहले कुछ उपचार की जरूरत होगी। जान लीजिए आप किस तरह ऐसे शख्स के मददगार बन सकते हैं।
क्यों जरूरी है फर्स्ट एड?
मेयो क्लिनिक की रिपोर्ट के अनुसार, कुत्ते के काटने के बाद सबसे ज्यादा खतरा होता है रेबीज होने का। इसलिए डॉक्टर्स खुद भी डॉग बाइट के बाद जल्द से जल्द ट्रीटमेंट कराने की सलाह देते हैं। साथ ही उससे पहले कुछ फर्स्ट एड को जरूरी भी बताते हैं। सही समय पर डॉग बाइट के शिकार व्यक्ति को मिला फर्स्ट एड रेबीज होने का खतरा अस्सी फीसदी तक घटा देता है।
बाइट की जगह को वॉश करें
आपके सामने अगर कुत्ता किसी व्यक्ति को काट लेता है तो बिना देर किए उस जगह को पानी से साफ करें, जहां कुत्ते ने काटा है।
बाइट वाली जगह को धोने के लिए माइल्ड सोप का उपयोग करें।
कम से कम दस मिनट तक बाइट वाली जगह को धोएं। इससे वायरस को फैलने से रोका जा सकता है।एंटीसेप्टिक लगाएं
बाइट वाली जगह को अच्छे से धोने के बाद उसे किसी कपड़े की मदद से अच्छे से सुखा लें।
सूखने के बाद उस जगह पर एंटीसेप्टिक क्रीम अप्लाई करें।
अगर एंटीसेप्टिक क्रीम नहीं है तो अल्कोहल या आयोडीन सॉल्यूशन से आप उस जगह को क्लीन कर सकते हैं।वैक्सीन लगवाएं
इतना प्राथमिक उपचार देने के बाद बिलकुल देर न करें। जल्दी से जल्दी ऐसे अस्पताल या क्लीनिक पहुंचें जहां डॉग बाइट का वैक्सीन उपलब्ध हो। पीड़ित को तुरंत एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाएं। इसके अलावा immunoglobulin इंजेक्शन लगना चाहिए या नहीं ये फैसला डॉक्टर करते हैं।
बाइट वाली जगह का रखें ध्यान
इंजेक्शन लगने के बाद भी तसल्ली से न बैठ जाएं। सबसे पहले देखें कि बाइट का निशान बड़ा है या छोटा। बाइट का निशान छोटा हो तो उसे खुला ही छोड़ें ताकि घाव जल्दी भर सके। घाव वाली जगह को लगातार ऑब्जर्व करते रहें। अगर वहां किसी तरह का इंफेक्शन, रेडनेस, सूजन, दर्द होता है या बुखार आता है। तो, इस बारे में डॉक्टर को बिना देर किए जानकारी दें।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।


 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                