-पीएम मोदी के आरोपों पर जयराम रमेश ने साझा किया पत्र
-इस मुद्दे के व्यापक प्रचार-प्रसार को बताया ध्यान भटकाने की साजिश
-मोदी ने इस मामले में पिछली सरकारों पर साधा था निशाना
नई दिल्ली। देश में 70 सालों बाद चीतों के आने की बहुत चर्चा चल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दक्षिण अफ़्रीका के नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में छोड़ा था। अब इस मामले में कांग्रेस ने भाजपा व पीएम मोदी पर श्रेय लेने व लोगों को भटकाने का आरोप लगाया है। चीतों को लाए जाने के मुद्दे पर बड़े स्तर पर प्रचार प्रसार को लेकर कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया कि ये सब देश का ध्यान अहम राष्ट्रीय मुद्दों और भारत जोड़ो यात्रा से भटकाने के लिए किया जा रहा है। कांग्रेस ने ये भी कहा कि कि प्रोजेक्ट चीता की शुरुआत कांग्रेस की मनमोहन सरकार ने की थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी। बाद में 2020 में ये रोक हटाई गई।
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कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने रविवार को ट्विटर पर एक पत्र साझा करते हुए 2009 में ‘प्रोजेक्ट चीता’ की शुरुआत की और भारत में चीतों को लाने के लिए पिछली सरकारों के रचनात्मक प्रयास नहीं करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरोपों पर उन्हें आदतन झूठा’ करार दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा था कि सात दशक पहले देश से विलुप्त हो जाने के बाद भारत में चीतों को फिर से लाने के लिए कोई रचनात्मक प्रयास नहीं किए गए। मोदी ने यह टिप्पणी मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले के कुनो नेशनल पार्क (केएनपी) में नामीबिया से लाए गए आठ में से तीन चीतों को विशेष बाड़ों में छोड़ने के बाद की थी। रमेश का साझा पत्र तत्कालीन पर्यावरण और वन मंत्री के रूप में उनके द्वारा 2009 में भारतीय वन्यजीव ट्रस्ट के एम. के. रंजीतसिंह को लिखा गया था। इसमें उन्होंने चीतों के पुनर्वास के लिए एक कार्ययोजना तैयार करने कहा था। –
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भाजपा का पलटवार
बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने पलटवार करते हुए कहा, “इसे ही कहते हैं कांग्रेस पार्टी की हल्की और घटिया सोच। जयराम रमेश ख़ुद अपने को पर्यावरण विद मानते हैं। किताब लिखते हैं। कांग्रेस पार्टी मोदी जी की सोच को कभी न समझेगी, न समझने का प्रयास करेगी। ये देश की पर्यावरण शक्ति को मजबूत करने का बहुत अद्वितीय प्रयास है।
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