नई दिल्ली Ayushman Card: केंद्र सरकार हो या फिर राज्य सरकारें ये दोनों ही अपने स्तर पर कई तरह की योजनाओं का संचालन करती है। इन योजनाओं को चलाने के पीछे का उद्धेश्य हर जरूरतमंद और गरीब वर्ग तक इनका लाभ पहुंचाना होता है। इनमें रोजगार से लेकर पेंशन जैसी कई जरूरी योजनाएं शामिल होती हैं। ऐसी ही एक योजना है ‘आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-मुख्यमंत्री योजना’। इस योजना के अंतर्गत पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाते हैं, जिनसे फिर कार्डधारक अपना 5 लाख रुपये तक का मुफ्त में इलाज करवा सकता है। लेकिन इन सबके बीच आयुष्मान कार्ड बनवाने के नाम पर जालसाज ठगी करने से बाज नहीं आ रहे हैं, इसलिए आपको इस कार्ड के नाम पर होने वाली ठगी से बचने के लिए कुछ बातों का विशेष ध्यान देना है। तो चलिए इन बातों के बारे में जानते हैं। आप अगली स्लाइड्स में इस बारे में जान सकते हैं…
इन तीन बातों को कभी न भूलें:-
किसी को बैंक खाते की जानकारी न दें
आजकल जालसाज कई तरीके ढूंढते हैं, जिनसे वो लोगों को ठगने का काम करते हैं। आयुष्मान कार्ड बनवाने के नाम पर ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से जालसाज लोगों को ठगने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।
आयुष्मान कार्ड बनवाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए – फोटो : istock
इसलिए आप जब भी इस कार्ड के लिए आवेदन करें, तो आपको ध्यान देना है कि इसमें आपको किसी को भी अपनी बैंक की गोपनीय जानकारी नहीं देनी है। अगर आप ऐसा करते हैं, तो हो सकता है कि आप ठगी के शिकार हो जाए।
फर्जी केवाईसी से बचकर
आयुष्मान कार्ड के नाम पर फर्जी केवाईसी करवाने का खेल भी जालसाज खेल रहे हैं। लेकिन आपको समझदार बनते हुए इससे सावधान रहना है। अगर आपके पास कॉल, मैसेज या किसा अन्य तरीके से केवाईसी करवाने के लिए कोई लिंक आता है, तो इसे न खोलें क्योंकि ये लिंक फर्जी होते हैं।
अनजाने लिंक से सावधान
जालसाज आपको व्हाट्सएप, ईमेल या मैसेज के जरिए कोई लिंक भेज सकते हैं, जिसमें बिना किसी दस्तावेज के आयुष्मान कार्ड बनाने जैसी कई लुभावनी बातें हो सकती हैं। लेकिन आपको इन लिंक से सावधान रहना है, क्योंकि इनके जरिए जालसाज आपको ठग सकते हैं।

