एससीओ समिट में भारत की विकासगाथा का जमकर किया जिक्र, पाक पीएम शाहबाज सुनते रहे देश की बेबसी
फोटो एससीओ ………
समरकंद। उज्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन में पीएम नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग एक मंच पर दिखे तो दूरियां भी साफ नजर आईं। दोनों नेताओं न तो हाथ मिलाया और न ही चेहरे पर कोई मुस्कान थी। वहीं अपने संबोधन में पीएम मोदी ने भारत के विकास की रफ्तार के बीच पड़ोसी देश पाक की क्लास लेते हुए उसे नसीहत भी दे डाली। इस बैठक के दौरान खुद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी थे, जो चुपचाप अपने देश की बेबसी को वहां बैठे महसूस कर रहे थे। गौरतलब है कि चीन के अलावा पाकिस्तान से भी भारत का आतंकवाद, सीमा विवाद समेत कई मसलों पर टकराव रहा है।
पीएम मोदी ने इशारों इशारों में पाकिस्तान की बेइज्जती करते हुए भारत की विकासगाथा का जमकर जिक्र किया। उन्होंने बताया कि भारत के पास 70 हजार स्टार्टअप्स का पावरहाउस हैं। पीएम ने कहा कि हम दूसरे देशों को भी मदद की पेशकश करते हैं। पीएम मोदी ने अफगानिस्तान में मदद सामग्री पाकिस्तान के रास्ते ले जाने पर पाकिस्तान की ना नुकूर पर कहा कि सदस्य देशों को एक-दूसरे को ट्रांजिट का अधिकार देना चाहिए।
गलवान घाटी झड़प के बाद आमने-सामने
गौरतलब है कि गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच 2020 में हुई झड़प के बाद यह पहला मौका था, जब दोनों नेता एक मंच पर आमने-सामने थे। सालाना समिट के मंच पर पीएम मोदी और शी जिनपिंग अगल-बगल ही खड़े थे लेकिन दोनों एक-दूसरे से अनभिज्ञ से ही दिखे। मोदी के अलावा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ समेत कई देशों के नेता इस समिट में हिस्सा ले रहे हैं।
पाक के पीएम से भी मोदी ने बनाई दूरी
पीएम नरेंद्र मोदी ने इस समिट के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से भी मुलाकात नहीं की। भारत की इस रणनीति को पाकिस्तान को एक जवाब माना जा रहा है, जिस पर आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप लगते रहे हैं। गौरतलब है कि चीन के अलावा पाकिस्तान से भी भारत का आतंकवाद, सीमा विवाद समेत कई मसलों पर टकराव रहा है।
मोदी ने बताया, क्यों दुनिया के लिए क्यों अहम हैं शंघाई देश
शंघाई सहयोग संगठन को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत एससीओ सदस्यों के बीच अधिक सहयोग और आपसी विश्वास का समर्थन करता है। महामारी और यूक्रेन संकट से ग्लोबल सप्लाई चेन्स में कई बाधाएं उत्पन्न हुईं जिसके कारण पूरा विश्व अभूतपूर्व ऊर्जा एवं खाद्य संकट का सामना कर रहा है, हमें इन संकटों को मिलकर दूर करना है। मोदी ने कहा एससीओ को हमारे क्षेत्र में विश्वस्त, भरोसेमंद और विविध सप्लाई चेन्स विकसित करने के लिए प्रयत्न करने चाहिए।
00000000000000000000000

