नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को यहां सेंट्रल विस्टा के राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट के बीच के मार्ग ‘कर्तव्य पथ’ का उद्धाटन किया, जिसे पूर्व में ‘राजपथ’ कहा जाता था। इस पूरे मार्ग को मोदी सरकार की महत्वकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के अंतर्गत पुनर्निमित किया गया है। इसके साथ ही राजपथ अब इतिहास बन चुका है। अब इसे कर्तव्य पथ के नाम से जाना जाएगा। कर्तव्यपथ का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गुलामी का प्रतीक चिन्ह मिट गया। इससे पहले पीएम मोदी ने कर्तव्य पथ पहुंचकर इंडिया गेट के सामने नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सभी देशवासी इस समय इस कार्यक्रम से जुड़े हुए हैं। मैं इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बन रहे सभी देशवासियों का अभिनंदन करता हूं। आज हम गुजरे कल को छोड़कर नई तस्वीर में रंग भर रहे हैं। ये जो आभा दिख रही है, वो नए भारत के विश्वास का प्रतीक है। आज से गुलामी का इतिहास हमेशा के लिए मिट गया है। गुलामी की एक पहचान से मुक्ति के लिए मैं सभी देश वासियों को बधाई देता हूं। इंडिया गेट पर आजादी के नायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति का भी उद्घाटन हुआ है।
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19 महीने में तैयार
19 महीने तक लगातार चले काम के बाद सेंट्रल विस्टा एवेन्यू बनकर तैयार हुआ है। 9 सितंबर से लोग यहां घूम सकेंगे। पीएम ने कहा कि वो कर्तव्य पथ के लिए काम करने वाले सभी श्रमजीवियों को 2023 में गणतंत्र दिवस की परेड के लिए आमंत्रित करेंगे.
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