लिज ट्रस ब्रिटेन की तीसरी महिला प्रधानमंत्री, सुनक को 60399 और ट्रस को 81326 मत
लंदन। भारतीय मूल के पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक का ब्रिटेन पीएम बनने का सपना टूट गया। विदेश मंत्री लिज ट्रस ने भारतीय मूल के पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक को कंजरवेटिव पार्टी नेतृत्व के लिए मुकाबले में हराया। अब लिज ट्रस मंगलवार को प्रधानमंत्री के तौर पर बोरिस जॉनसन का स्थान लेंगी। वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री ट्रस (47) के मुकाबले में पार्टी के सदस्यों की ओर डाले गए 170,000 ऑनलाइन और डाक मतों में से अधिकतर मत को प्राप्त करने की उम्मीद की गई थी। ट्रस ब्रिटेन की तीसरी महिला प्रधानमंत्री होंगी। इसके साथ ही, 10 डाउनिंग स्ट्रीट में शीर्ष पद संभालने के लिए सुनक का ऐतिहासिक अभियान खत्म हो गया। चुनाव में 82.6 प्रतिशत मतदान हुआ जिसमें सुनक को 60,399 मत जबकि ट्रस को 81,326 मत मिले। मतदान के लिए कंजरवेटिव पार्टी के 172,437 सदस्य योग्य थे, वहीं 654 मत खारिज कर दिए गए। ट्रस ने अपने संबोधन में कहा, हम वादे पूरे करेंगे। मार्गरेट थैचर और टेरीजा मे के बाद ट्रस ब्रिटेन की तीसरी महिला प्रधानमंत्री होंगी। ट्रस ने कहा कि उनके पास करों में कटौती और ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए एक ‘साहसिक योजना’ है। ट्रस ने बाद में ट्वीट कर कहा कि वह पार्टी का नेता चुने जाने पर सम्मानित महसूस कर रही हैं। ट्रस ने एक ट्वीट में कहा, मैं कंजरवेटिव पार्टी का नेता चुने जाने पर सम्मानित महसूस कर रही हूं। हमारे महान देश का नेतृत्व और वादों को पूरा करने को लेकर मुझ पर भरोसा करने के लिए धन्यवाद। मैं इन कठिन समय से हम सभी को निकालने, अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने और ब्रिटेन की क्षमता को उजागर करने के लिए साहसिक कदम उठाऊंगी। कंजरवेटिव पार्टी के बैकबेंच सांसदों की 1922 समिति के अध्यक्ष और पार्टी के नेतृत्व संबंधी चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी सर ग्राहम ब्रैडी ने डाउनिंग स्ट्रीट के करीब महारानी एलिजाबेथ द्वितीय सम्मेलन केंद्र में औपचारिक रूप से ट्रस की जीत की घोषणा की।
सर्वेक्षण संस्थानों, राजनीतिक विश्लेषकों और मीडिया संस्थानों को शायद ही कोई हैरानी हुई क्योंकि ट्रस चुनाव पूर्व कई सर्वेक्षणों में सुनक (42) से आगे रही थीं। कंजरवेटिव पार्टी के सदस्य सुनक के कदम को प्रधानमंत्री जॉनसन के साथ विश्वासघात के तौर पर देख रहे थे। कर में कटौती को लेकर ट्रस का संकल्प भी भारतवंशी सुनक की हार के मुख्य कारण रहे। ब्रिटेन में 15 लाख से अधिक प्रवासी आबादी का अब भी सुनक में विश्वास बना हुआ है लेकिन पार्टी में जिन लोगों का संबंध उपमहाद्वीप के अन्य हिस्सों से है, उनके विभाजित होने की आशंका थी। ब्रिटेन में जन्मे सुनक यॉकशायर में रिचमंड से सांसद हैं। ट्रस ने अपने अभियान में वित्त मंत्री के तौर पर सुनक की कर वृद्धि की योजनाओं को पलटने का संकल्प जताया और लगता है कि पार्टी के सदस्यों ने उनकी योजनाओं को प्राथमिकता दी। सुनक का दृष्टिकोण बढ़ती महंगाई से निपटने पर ध्यान केंद्रित करने तथा संकट के लिए मदद की पेशकश करने के साथ लक्षित उपायों की पेशकश करना रहा। लेकिन लगता है कि अपने वादों से वह पार्टी के सदस्यों को अपनी ओर नहीं कर पाए। अब पार्टी की निर्वाचित पार्टी नेता के तौर पर विदेश मंत्री ट्रस स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल में महारानी को अपना औपचारिक इस्तीफा सौंपने के बाद प्रधानमंत्री पद संभालेंगी। महारानी (96) से भेंट के बाद वह लंदन लौटकर अपनी नयी कैबिनेट की घोषणा करेंगी।
–
पीएम मोदी बोले-भारत-ब्रिटेन की साझेदारी होगी मजबूत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन का प्रधानमंत्री चुने जाने पर विदेश मंत्री लिज ट्रस को बधाई दी। उन्होंने भरोसा व्यक्त किया कि उनके नेतृत्व में भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होगी। मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री चुने जाने पर लिज ट्रस को बधाइयां। मुझे विश्वास है कि आपके नेतृत्व में भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी और भी मजबूत होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रस को नयी भूमिका और जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं भी दीं।
—
ऐसा वोटों का आंकड़ा
कुल वोट : 172,437
कुल वोटिंग : 82.6%
रिजेक्ट वोट : 654
लिज ट्रस : 81,326
ऋषि सुनक : 60,399
—
जॉनसन का भाषण, फिर शपथ लेंगी ट्रस
6 सितंबर को बोरिस जॉनसन प्रधानमंत्री हाउस 10 डाउनिंग स्ट्रीट से बतौर प्रधानमंत्री आखिरी भाषण देंगे। इसके बाद महारानी को इस्तीफा सौंपने के लिए स्कॉटलैंड के एबरडीनशायर रवाना होंगे। फिलहाल, क्वीन एलिजाबेथ यहीं हैं। 96 साल की क्वीन को चलने में दिक्कत है, लिहाजा जॉनसन और लिज दोनों उनके पास जाएंगे। आमतौर पर यह काम बकिंघम पैलेस में किया जाता है।
—
इसलिए हार गए ऋषि सुनक
00 प्रचार के दौरान सुनक की पत्नी अक्षता का टैक्स विवाद भी काफी नुकसान पहुंचा गया।
00 टैक्स कटौती का विरोध ऋषि सुनक को भारी पड़ गया
00 बोरिस जॉनसन की विदाई में सुनक की भूमिका रही। इस कारण जॉनसन समर्थकों का समर्थन नहीं मिला।
00 कंजरवेटिव पार्टी के सीनियर नेताओं को भी समर्थन उम्मीद के अनुसार सुनक को नहीं मिला।
000


 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                