पूर्व राज्य का दर्जा बहाल कराना प्राथमिकता, आजाद ने नई पार्टी का पेश किया एजेंडा

-कांग्रेस छोड़ने के बाद पहली बार की जनसभा

-जनता से परामर्श के बाद नई पार्टी का घोषित करेंगे नाम

  • बदनाम करने वालों पर जमकर साधा निशाना

जम्मू। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने रविवार को जम्मू में कांग्रेस छोड़ने के बाद पहली बार जनसभा की। उन्होंने नई पार्टी बनाने के बारे में लोगों के सामने विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि नई पार्टी के नाम पर अभी फैसला नहीं लिया गया है। जम्मू-कश्मीर के लोग इसका नाम और निशान तय करेंगे। अपनी पार्टी को वह हिंदुस्तानी नाम देंगे। पार्टी के मुख्य मुद्दे पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल कराना, भूमि का अधिकार और मूल निवासी को रोजगार की बहाली होगी।

जम्मू के सैनिक कॉलोनी में जनसभा के दौरान आजाद ने कहा कि वह जम्मू कश्मीर की जनता और नेताओं से परामर्श करने के बाद अपनी नयी पार्टी का नाम घोषित करेंगे। आजाद के साथ मंच पर पूर्व उप मुख्यमंत्री तारा चंद, कांग्रेस से उनके समर्थन में इस्तीफा देने वाले कई पूर्व मंत्री एवं विधायक, पूर्व पीडीपी विधायक सैयद बशीर तथा अपनी पार्टी के पूर्व विधायक शोएब नबी लोन उपस्थित थे।

कांग्रेस हमने खून पसीने से बनाई

कांग्रेस के लोग अब सिर्फ बसों में जेल जाते हैं, वे डीजीपी, कमिश्नरों को बुलाते हैं, अपना नाम लिखवाते हैं और एक घंटे के भीतर चले जाते हैं। यही कारण है कि कांग्रेस विकसित नहीं हो पाई है। कांग्रेस हमने खून पसीने से बनाई है। यह कंप्यूटर-ट्वीट और मैसेज से नहीं बनी है। कांग्रेस नई पार्टी के एलान से बौखला गई है। उन्होंने कहा कि मैं किसी का बुरा नहीं चाहूंगा, मेरे लिए सभी बराबर हैं। आजाद ने कहा कि कांग्रेस हमने अपने खून-पसीने से बनाई है। जो हमें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं उनकी पहुंच केवल ट्वीट, एसएमएस और कम्प्यूटर तक है। वो डिबेट में खुश रहें, उन्हें वही नसीब हो। हम बुजुर्गों, किसानों के साथ ठीक हैं। उन्हें उनकी शहंशाही मुबारक। तंज कसते हुए आजाद ने कहा कि अल्लाह हमें जमीन नसीब करें और उन्हें ट्वीट नसीब करें।

किसी भी समुदाय के साथ भेदभाव नहीं किया

आजाद ने कहा कि उन्होंने पद में रहने के दौरान किसी भी समुदाय के साथ भेदभाव नहीं किया। अमरनाथ यात्रा जाने वालों के लिए भगवती नगर में चार मंजिला भवन तैयार करवाया। जो रिकॉर्ड तीन महीने में तैयार हुआ। हज यात्रा हाउस में सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाईं। देश भर में छह एम्स तैयार करवाए, जो दूसरी हुकूमत नहीं कर पाई। प्रदेश में गोल्फ कोर्स तैयार करवाया। हरि पार्क बनाया, जनाना पार्क बनाया, पार्क तहसीलें और पुल बनवाए।

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इंदिरा गांधी से जुड़ा जेल का किस्सा बताया

आजाद ने कहा कि जब 20 दिसंबर 1988 को इंदिरा गांधी को संसद से बर्खास्त कर तिहाड़ जेल ले गए। मैंने जनरल सेक्रेटरी के नाते 5000 यूथ कांग्रेस एकत्र कर जुलूस निकाला। इसके बाद हम सबको गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया। संघर्ष को याद करते हुए आजाद ने कहा कि इंदिरा गांधी को सात दिन में छोड़ा लेकिन हम नहीं छूटे। हमने जमानत नहीं करवाई। जेल में सीमेंट का फर्श पर सोना पकड़ा था। जनवरी के महीने में एक कंबल बिछाने और आधा ओढ़ने के लिए मिलता था। खाने के लिए दो चपाती और एक दाल मिलती थी।

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