शुगर, हार्ट, कैंसर की दवाइयां होंगी सस्ती!

  • सरकार कर रही मार्जिन फिक्स करने की तैयारी

नई दिल्ली। देश में जल्द ही शुगर, कैंसर और दिल के इलाज में काम आने वाली कई महत्वपूर्ण दवाइयां सस्ती हो सकती हैं। केंद्र सरकार ने इन दवाओं की कीमतों में कटौती करने के लिए ट्रेड मार्जिन को फिक्स करने की तैयारी कर ली है। जानकारी के अनुसार, सरकार काफी ज्यादा इस्तेमाल होने वाली दवाओं पर कारोबारी मार्जिन वाजिब रखने की दिशा में काम कर रही है, ताकि इनकी कीमतें घटाई जा सकें। 100 रुपये या उससे महंगी दवाओं के लिए ऐसा ही किया जा सकता है। कारोबारी मार्जिन को वाजिब सीमा में लाने के पहले चरण में उन दवाओं को भी शामिल किया जा सकता है, जो मूल्य नियंत्रण के दायरे से बाहर हैं।

दवाओं की सूची तय नहीं हुई

पहले चरण में 100 रुपये से अधिक कीमत की दवाओं को शामिल करने के लिए औषधि विभाग की राष्ट्रीय औषध मूल्य प्राधिकरण के साथ बातचीत जारी है। उद्योग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि दवाओं की सूची तय नहीं हुई है और अभी इसमें फेरबदल हो रहे हैं। एक संभावित सूची विचार करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजी गई है। मगर आम सहमति इसी बात पर बनती दिख रही है कि 100 रुपये से अधिक कीमत की दवाओं को मार्जिन वाजिब बनाने के पहले चरण में लाया जाए। सूत्रों ने दावा किया कि सरकार यह मार्जिन 33 से 50 फीसदी रखने की सोच रही है।

कीमत के साथ बढ़ता है ट्रेड मार्जिन

एपीपीए द्वारा की गई स्टडी से पता चला था कि एक गोली की कीमत के साथ ही ट्रेड मार्जिन बढ़ जाता है। अगर ज्यादातर ब्रांड की एक टेबलेट की कीमत 2 रुपये है, तो इस पर मार्जिन 50 फीसदी रहता है। अगर किसी टेबलेट की कीमत 100 रुपये से ऊपर है तो उसे महंगी श्रेणी में रखा जाता है। ऐसे में आठ फीसदी टैबलेट पर मार्जिन 200 से 500 फीसदी, 2.7 फीसदी दवाओं पर 500 से 1,000 फीसदी और 1.48 प्रतिशत टेबलेट्स पर ट्रेड मार्जिन 1,000 फीसदी से ऊपर है।

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