नई दिल्ली। कांग्रेस ने महंगाई के मुद्दे को लेकर सोमवार को देश के 22 शहरों में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता महंगाई और बेरोजगारी से परेशान हैं, लेकिन इस सरकार ने देश को ‘नफरत की आग’ में झोंक दिया है। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यह भी कहा कि बेरोजगारी, महंगाई और करों के बोझ के तले जनता दबी जा रही है, जिसके खिलाफ कांग्रेस ‘भारत जोड़ो’ यात्रा शुरू करने जा रही है। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में कहा, महंगाई का जाल तोड़ो, भारत जोड़ो! आज देश में सबसे बड़ी समस्याएं हैं-बेरोजगारी, महंगाई और बढ़ती नफरत। ‘बहुत हुई महंगाई की मार’ वाला जुमला आप सबको याद ही होगा, लेकिन आज खाद्य पदार्थों पर जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) लगाकर जनता से वसूली की जा रही है। कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने मुंबई में संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस नीत पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के समय कच्चे तेल का मूल्य 106 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल था, उस दौरान पेट्रोल की कीमत 71 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 55 रुपए प्रति लीटर थी।
चार सितंबर को हल्ला बोल
कांग्रेस ने चार सितंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रस्तावित ‘महंगाई पर हल्ला बोल’ रैली से पहले, सोमवार को देश के 22 शहरों में संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया। दिल्ली में पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने यह दावा भी किया कि बेरोजगारी और महंगाई नरेंद्र मोदी सरकार के दो भाई हैं।

