एक से दूसरे गायों में फैलता है यह वायरस, भारत के वैज्ञानिकों ने बना लिया है एंटी वायरस वैक्सीन, आने में लगेगा समय
मनोज साहू: भिलाई।
भिलाई में जानलेवा लम्पी वायरस दो से तीन मवेशियों में पाया गया है। जिसके बाद प्रशासन ने अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह जारी की है। भारत के राजस्थान, गुजराज सहित अन्य राज्यों के गायों में लम्पी त्वचा रोग तेजी से फैल रहा है। अब इस बीमारी खतरा छत्तीसगढ़ में भी बढ़ने लगा है।
जानकारी के मुताबिकर यह बीमारी फिलहाल हमारे यहां ज्यादा नहीं फैली है, लेकिन इसके दो-तीन केस भिलाई में आए हैं। हालाकि गांवों में इस बीमारी के लक्षण देखने को मिल रहे हैं। गांव के पशुपालक इसे गठिया रोग कह रहे हैं। गांव के सरकारी वेटनरी डॉक्टरों के पास इसका कोई इलाज नहीं है। समय पर पशुपालक इसके प्रति जागरूक नहीं हुए और सावधानी नहीं बरते तो यह खतरा साबित हो सकता है, क्योंकि यह बीमारी एक तरह के वायरस की वजह से होती है। जो एक से दूसरी गायों के संपर्क में आने से फैलती है। यह वायरस बहुत खतरनाक है। इस बीमारी से गायों की मौत हो जाती है। अब तक मेडिकल में और सरकारी अस्पताल में भी इस बीमारी की कोई दवा भी नहीं है।
बाहर से मवेशियों के लाने पर प्रतिबंध
इस बीमारी के फैलने की वजह से बाहर से गायों व सांडों की खरीदी पर सरकार ने प्रतिबंधन लगा दिया है। जब तक यह बीमारी ठीक नहीं हो जाती, तब तक बाहर प्रदेश से मवेशियों की खरीदी पर रोक लगायई गई है। इसके लिए कामधेनु विश्विविद्यालय को पत्र भी शासन से भेजा गया है।
एंटी बायोटिक्स, पेनकिलर और मल्टीविटामिन की दवा दे रहे
सरकारी पशु औषधालय सुपेला के डॉ. संजीव कुमार सिरमौर ने बताया कि भिलाई में दो-तीन केस देखने को मिले हैं। फिलहाल कोई ऐसी दवा नहीं है, जिसे खिलाने से यह बीमारी ठीक हो जाए। इसलिए गायों को एंटी बायोटिक्स, पेनकिलर और मल्टीविटामिन की दवा दे रहे हैं। इसके अलावा गॉट पक्स का इंजेक्शन भी लगा रहे हैं। यह इस बीमारी में कारगर है।
वैज्ञानिकों ने बना लिया है वैक्सीन
कामधेनु विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ. के मुखर्जी ने बताया कि यह बीमारी पाकिस्तान से भारत आया है। राजस्थान, गुजरात में यह बीमारी बहुत फैला हुआ है। इससे इंसानों में फैलने का खतरा नहीं है, लेकिन एक से दूसरे गाय में फैलता है। इस बीमारी का वैक्सीन भारत के वैज्ञानिकों ने बना लिया है, लेकिन अब तक इसकी सप्लाई नहीं हो पाई है।
00

