बनाए गए मुख्य आरोपी, अब क्या जेल जाएंगे मनीष सिसौदिया!
नई दिल्ली। आबकारी घोटाले में फंसे दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास सहित कई ठिकानों पर सीबीआई द्वारा छापेमारी की गई। सीबीआई ने इस मामलें में एफआईआर दर्ज करते हुए सिसोदिया को आरोपी नंबर एक बनाया है। इसके साथ ही मामले में 15 और लोगों को आरोपी बनाया गया है। इस छापेमारी के बाद सियासत गर्म हो गई है। आम आदमी पार्टी ने दावा किया कि नरेंद्र मोदी सरकार, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बढ़ती लोकप्रियता से डर गई है। वहीं भाजपा का कहना है कि एजेंसियां अपना काम कर रहीं हैं इनके दुरुपयोग का आरोप लगाना गलत है।
एक्साइज घोटाले मामले में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की मुसीबत बढ़ती जा रही है। कई घंटों से उनके घर पर सीबीआई की छानबीन जा रही है। एक सरकारी अधिकारी के निवास पर भी रेड हुई है। वहां से जांच एजेंसी को एक्साइज ड्यूटी से जुड़े कुछ गोपनीय डॉक्यूमेंट हाथ लगे हैं। सीबीआई के मुताबिक ये डॉक्यूमेंट किसी भी सरकारी अधिकारी के घर पर नहीं होने चाहिए थे।
शराब घोटाले में मिले सीक्रेट डॉक्यूमेंट
जानकारी के लिए बता दें कि सुबह से ही मनीष सिसोदिया और कुछ दूसरे अधिकारियों के घर पर सीबीआई की रेड जारी है। कई घंटों की इस छापेमारी में कुछ दस्तावेज जमा किए गए हैं। ऐसे ही कुछ दस्तावेज एक सरकारी अधिकारी के आवास से भी मिले हैं। सीबीआई अभी ये नहीं बता रही है कि आखिर ये दस्तावेज कौन से अधिकारी के यहां से मिले हैं, लेकिन पूरी जांच में ये एक बड़ा डेवलपमेंट माना जा रहा है।
सिसोदिया बनाए गए मुख्य आरोपी
वैसे डॉक्यूमेंट के अलावा सीबीआई सिसोदिया की गाड़ी की भी तलाशी ली। जांच एजेंसी को उम्मीद है कि डिप्टी सीएम की गाड़ी से भी कुछ जरूरी दस्तावेज मिल सकते हैं। इस पूरे मामले में सीबीआई ने जो FIR दर्ज की है, उसमें मुख्य आरोपी भी मनीष सिसोदिया को बना दिया गया है. कुल 15 लोगों के नाम सामने आए हैं, जिसमें टॉप पर सिसोदिया के नाम का जिक्र है.
मुख्य सचिव की रिपोर्ट पर कार्रवाई
मनीष सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई जांच की सिफारिश एलजी वीके सक्सेना ने मुख्य सचिव की रिपोर्ट के आधार पर की थी. मनीष सिसोदिया पर नई एक्साइज ड्यूटी में गड़बड़ी करने का आरोप है। मुख्य सचिव ने दो महीने पहले अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। इस रिपोर्ट में जीएनसीटीडी एक्ट 1991, ट्रांजेक्शन ऑफ बिजनेस रूल्स 1993, दिल्ली एक्साइज एक्ट 2009 और दिल्ली एक्साइज रूल्स 2010 के नियमों का उल्लंघन पाया गया था।
सीबीआई इन आरोपों की जांच कर रही?
सिसोदिया पर कमीशन लेकर शराब की दुकानों का लाइसेंस लेने वालों को अनुचित फायदा पहुंचाने का आरोप है। दरअसल, कोविड महामारी का हवाला देकर शराब कंपनियों की 144.36 करोड़ रुपये की निविदा लाइसेंस फीस माफ की गई थी। आरोप है कि यह फैसला लेते वक्त सिसोदिया ने कैबिनेट को लूप में नहीं रखा और न ही उपराज्यपाल से इसकी अनुमति है। उपराज्यपाल का आरोप है कि ऐसा तभी संभव है जब सिसोदिया को रिश्वत और कमीशन दिया गया हो।
क्या थी दिल्ली सरकार की नई शराब नीति
अपना राजस्व बढ़ाने और शराब माफिया और नकली शराब पर अंकुश लगाने के लिए दिल्ली सरकार पिछले साल नई शराब नीति लेकर आई थी। इसके जरिए सरकार ने अपनी सभी ठेके बंद कर दिए थे और शहर में केवल शराब के निजी ठेके और दुकानें रह गई थीं। इन दुकानों के लिए दोबारा से नए लाइसेंस जारी किए गए थे। इसके अलावा सरकार ने उन्हें डिस्काउंट पर शराब बेचने की अनुमति भी दी थी।
ठेकेदारों के 144 करोड़ रुपए माफ किए
सिसोदिया पर आरोप तो ये भी लगा है कि कोरोना के बहाने लाइसेंस देने में नियमों की अनदेखी की गई। टेंडर के बाद शराब ठेकेदारों के 144 करोड़ रुपए माफ किए गए।
सीबीआई का स्वागत, हम कट्टर ईमानदार हैं : सिसौदिया
इस रेड की जानकारी देते हुए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा, ‘सीबीआई आई है, उनका स्वागत है, हम कट्टर ईमानदार हैं। लाखों बच्चों का भविष्य बना रहे हैं। बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे देश में जो अच्छा काम करता है उसे इसी तरह परेशान किया जाता है। इसीलिए हमारा देश अभी तक नम्बर-1 नहीं बन पाया।’
सिसौदिया-केजरीवाल की सांठगांठ : अनुराग ठाकुर
वहीं सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि शराब के ठेके में दिल्ली में भ्रष्टाचार हुआ है। यह मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल की सांठगांठ है। शराब के ठेके का भ्रष्टाचार देश के सामने आया है। यह सब पंजाब चुनाव के पहले किया गया और करोड़ों रुपए का घोटाला किया गया।
पहले भी कुछ हाथ नहीं लगा : आप
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के घर समेत 21 जगहों पर छापेमारी हो रही है। इस रेड पर आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पहली बार सीबीआई का छापा नहीं हुआ है। पहले भी कोशिश की गई लेकिन इनके हाथ कुछ नहीं लगा।
–
विदेश में तारीफ से घबराए मोदी : गोपाल राय
वहीं दिल्ली के विकास मंत्री गोपाल राय ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘जिस दिन न्यूयॉर्क टाइम्स मनीष सिसोदिया के कामों की तारीफ में खबर छापता है ठीक उसी दिन सीबीआई की रेड करवाई जाती है। दिल्ली का शिक्षा और स्वास्थ्य मॉडल पूरी दुनिया में चर्चित हो रहा है। मोदी सरकार इसे रोकना चाहती है। अच्छे कामों को रोकने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग करना दुःखद है।
सिसौदिया देश के बेहतरीन शिक्षा मंत्री : मान
इस छापेमारी पर पंजाब के सीएम भगवंत मान की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने सिसोदिया की तारीफ करते हुए कहा कि मनीष सिसोदिया आज़ाद भारत के सबसे बेहतरीन शिक्षा मंत्री हैं। आज यूएस के सबसे बड़े अख़बार ने फ़्रंट पेज पर उनकी फ़ोटो छापी और आज ही मोदी जी ने उनके घर सीबीआई भेज दी। ऐसे भारत कैसे आगे बढ़ेगा?
पहले जैन अब सिसौदिया टारगेट में : सिब्बल
इस छापे पर राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने सीबीआई और ईड को सरकार का हाथ बताते हुए कहा कि अब जब केजरीवाल आगे बढ़ रहे हैं तो भाजपा उन्हें अस्थिर करने में लगी हैं और पहले सत्येंद्र जैन अब सिदोदिया को टारगेट कर रही है।

