बाराती बनकर आए आईटी अफसर, मारा छापा, नकद मिले 58 करोड़

—— 260 बाराती, 120 गाड़ियां और ‘दुल्हन हम ले जाएंगे’ का स्टिकर

——महाराष्ट्र में बड़ी कार्रवाई, 390 करोड़ की बेनामी संपत्ति का खुलासा

–जालना में छापे के दौरान 14 करोड़ के आभूषण बरामद

नई दिल्ली/मुंबई। आयकर विभाग ने अनोखे अंदाज में छापा मारा। महाराष्ट्र के कारोबारी समूह पर छापे के लिए आईटी विभाग के लोग 260 बाराती, 120 गाड़ियां और ‘दुल्हन हम ले जाएंगे’ का स्टिकर लगाकर पहुंचे। इस छापे का खुलासा आईटी विभाग ने गुरुवार को किया। छापेमारी के दौरान 390 करोड़ की बेहिसाब संपत्ति का खुलासा हुआ। इस ऑपरेशन में 58 करोड़ रुपए नकद, 32 किलो सोने के गहने, हीरे, मोती आदि के साथ ही बेहिसाब संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए गए।


आयकर विभाग ने इस्पात और रियल एस्टेट के कारोबार में शामिल महाराष्ट्र के एक कारोबारी समूह के परिसर में छापे मारने के बाद 56 करोड़ रुपए की नकदी और 32 करोड़ रुपए के आभूषण जब्त किए हैं। छापेमारी के दौरान 390 करोड़ की बेहिसाब संपत्ति का खुलासा हुआ। इस ऑपरेशन में 58 करोड़ रुपए नकद, 32 किलो सोने के गहने, हीरे, मोती आदि के साथ ही बेहिसाब संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए गए। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि महाराष्ट्र के जालना जिले में एक कारोबारी समूह पर पिछले सप्ताह छापे मारे गए। उसके खिलाफ कथित कर चोरी की सूचना मिली थी। आयकर विभाग की टीम को मुखबिर ने खबर दी कि एक जगह खूब मात्रा में कैश है। यह कैश जालना के स्टील कारोबारी के घर पर है, जिसने अपनी आय कागजों में कम दिखाई है। घर-दफ्तर में करोड़ों रुपए के नोट के बंडल अलग-अलग झोलों में पड़े हैं। मुखबिर की सूचना पर आयकर विभाग की टीम एक्टिव हुई, लेकिन टीम किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती थी। यहीं से शुरू हुई छापेमारी की प्लानिंग। रेड की खबर लीक न हो, इस वजह से टीम में नासिक, पुणे, ठाणे और मुंबई के 260 अधिकारियों को शामिल किया गया। सभी ने अपने वाहनों पर दूल्हे और दुल्हन के नाम के स्टिकर लगाए। यानी ऐसा लगे कि आयकर विभाग के अफसर-कर्मचारी किसी की शादी में जा रहे हों।

कोड वर्ड था- दुल्हन हम ले जाएंगे

सभी गाड़ियों की पहचान के लिए एक कोड वर्ड भी लगाया गया। कोड वर्ड था- दुल्हन हम ले जाएंगे। इसी कोड वर्ड के जरिए अफसरों की गाड़ियों की पहचान की जा रही थी। इसके बाद सभी गाड़ियां जालना के लिए रवाना हो गईं।

कैश गिनने में 13 घंटे का समय

छापे के दौरान कैश को गिनने में टीम को 13 घंटे का समय लगा। 1 से 8 अगस्त तक चले इस ऑपरेशन के लिए नासिक संभाग के उच्च पदस्थ अधिकारियों के साथ राज्य भर से 260 अधिकारी-कर्मचारी, 120 से अधिक वाहनों के काफिले में जालना पहुंचे थे। फिल्मी अंदाज में हुई छापेमारी में आयकर विभाग को बड़ी कामयाबी मिली।

राजस्थान में 150 करोड़ रुपए की ‘काली कमाई’

इधर, आयकर विभाग ने हाल में जयपुर स्थित एक समूह पर छापेमारी के बाद 150 करोड़ रुपए से अधिक की ‘अघोषित’ आय का पता लगाया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने बताया कि यह समूह रत्न और आभूषण, आतिथ्य एवं रियल एस्टेट कारोबार से जुड़ा है। आयकर विभाग ने छापा मारने की कार्रवाई तीन अगस्त को शुरू की थी। इस दौरान राजस्थान के जयपुर और कोटा जिलों में व्यापारिक समूह के तीन दर्जन से अधिक परिसरों की छानबीन की गई। सीबीडीटी ने अपने बयान में इस समूह का नाम नहीं बताया। बोर्ड ने कहा कि विभाग ने अब तक 11 करोड़ रुपए से अधिक की ‘अघोषित संपत्ति’ जब्त की है। सीबीडीटी कर विभाग के लिए नीति तैयार करता है। बयान में कहा गया कि कर अधिकारियों ने पाया कि समूह ने आवास और जमीन की बिक्री पर नकद लेकर कथित तौर पर बड़े पैमाने पर कर चोरी की। बोर्ड ने कहा कि इस नकद राशि को कंपनी के नियमित बहीखातों में दर्ज नहीं किया गया था। बयान में आरोप लगाया गया कि रत्न और आभूषण तथा आतिथ्य कारोबार में भी अनियमितताओं का पता चला है।

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