नई दिल्ली। मल्टीग्रेन आटे के सेवन से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। इसके आटे के रोटी खाने से मोटापा, कब्ज को दूर करने में सहायता मिलती है। मल्टीग्रेन आटा कई प्रकार के अनाज को पीसकर तैयार किया जाता है। इससे इसकी पौष्टिकता कई गुना ज्यादा हो जाती है। बाजार में ये आटा महंगे दामों पर मिलता है इसलिए कई लोग इसे खरीद नहीं पाते हैं लेकिन मल्टीग्रेन आटे को घर पर भी तैयार कर सकते हैं। वह भी अपनी सेहत की आवश्यकता के अनुसार।
मोटापा कम करने में सहायक
अगर आप मोटापे से परेशान है तो अपने लिए मल्टीग्रेन आटा तैयार कर सकते हैं। इसके लिए पांच किलो गेहूं में एक किलो चना, एक किलो जौ, 250 ग्राम अलसी और 50 ग्राम मेथीदाना मिलाकर पिसवाएं। इस आटे से बनी रोटी के सेवन से मोटापा से निजात मिलने में सहायता मिलती है। इस आटे की बनी रोटी खाने से भरपूर मात्रा में फाइबर मिलता है। अलसी मिले आटा से भूख नहीं लगती और चना से प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा शरीर को मिल जाती है।
दुबलापन करता है दूर
अगर आप दुबलापन से निजात चाहते हैं तो पांच किलो गेहूं में एक किलो चना, एक किलो जौ, 500 ग्राम सोयाबीन, एक किलो चावल का आटा डाल कर पिसवाएं। इस आटे के इस्तेमाल से आपको वजन बढ़ाने में मदद मिलेगी। इस आटे में जौ की मात्रा से पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मिलते हैं, जिससे वजन के बढ़ने में सहायता मिलती है। सोयाबीन में प्रोटीन, कैल्शियम,फाइबर, विटामिन ई, बी कॉम्लेक्स,थाइमीन, राइबोफ्लेविन अमीनो अम्ल, सैपोनिन, साइटोस्टेरोल, फेनोलिक एसिड एवं अन्य कई पोषक तत्व होते हैं जो फायदेमंद होते हैं। इस दुबलापन दूर करने में सहायता मिलती है।
कब्ज, डायबिटीज से दिलाता निजात
अगर कब्ज की शिकायत रहती है तो पांच किलो गेहूं में एक किलो चना, आधा किलो मक्का, एक किलो जौ और 250 ग्राम अलसी पिसवाएं। इससे कब्ज से मुक्ति पाने में मदद मिलेगी। जिन्हें डायबिटीज हैं वे पांच किलो गेहूं में डेढ़ किलो चना,500 ग्राम जौ, 50 ग्राम मेथी, 50 ग्राम दालचीनी डालकर पिसवाएं। इससे डायबिटीज से छुटकारा मिलने में सहायता मिलेगी।
इन बातों का ध्यान रखें .
आटे को थोड़ा मोटा पिसवाएं। आटे का इस्तेमाल चोकर के साथ करें। आटे को एक साथ ज्यादा मात्रा में पिसवाकर न रखें। एक बार में एक हफ्ते के लिए आटा पिसवाना काफी है।

