–जगदीप धनखड़-528 वोट, मार्गरेट अल्वा-182 वोट
—
–75 साल में पहली बार, दोनों सदनों के सभापति राजस्थानी
–725 सांसदों ने किया मतदान, भाजपा दफ्तर में जश्न
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ ने बाजी मार ली है। धनखड़ को 528 वोट मिले हैं, उनकी विरोधी मार्गरेट अल्वा को 182 वोट मिले हैं। 15 सांसदों के वोट खारिज कर दिए गए हैं। धनखड़ अब 11 अगस्त को पद की शपथ लेंगे। वर्तमान उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है।
भारत का अगला उपराष्ट्रपति चुनने के लिए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कई केंद्रीय मंत्रियों और विभिन्न दलों के सांसदों ने मतदान किया। संसद के दोनों सदनों को मिलाकर कुल सदस्यों की संख्या 788 होती है, जिनमें से उच्च सदन की आठ सीट फिलहाल रिक्त हैं। ऐसे में उपराष्ट्रपति चुनाव में 780 सांसद वोट डालने के लिए पात्र हैं। प्रधानमंत्री मोदी सबसे पहले वोट डालने वाले सांसदों में शामिल रहे। उन्होंने मतदान से जुड़ी एक तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, 2022 के उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान किया। गृह मंत्री अमित शाह ने मतदान के बाद अपनी तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, आज संसद में देश के उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में मतदान किया। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी मतदान किया। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व्हीलचेयर पर संसद भवन पहुंचे और उपराष्ट्रपति चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। सिंह ने पिछले महीने राष्ट्रपति चुनाव में भी व्हीलचेयर से संसद भवन पहुंचकर वोट डाला था। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दोपहर में मतदान किया। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, पार्टी महासचिव जयराम रमेश और मुख्य विपक्षी दल के कई अन्य सांसदों ने भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। उपराष्ट्रपति चुनाव में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने भी मतदान किया। इसके साथ ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, राज्यसभा में नेता सदन पीयूष गोयल, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह, पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और कई अन्य केंद्रीय मंत्रियों ने मतदान किया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य अभिषेक मनु सिंघवी कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण शनिवार को पीपीई किट पहनकर संसद भवन पहुंचे और अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। सिंघवी ने पीपीई किट पहनकर संसद भवन पहुंचने और मतदान करने से संबंधित तस्वीरों और वीडियो को ट्विटर पर साझा किया। उन्होंने शाम चार बजे के बाद मतदान किया।
—
सपा, शिवसेना और बसपा सांसदों ने नहीं डाला वोट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उपराष्ट्रपति चुनाव में सपा, शिवसेना के दो और बीएसपी के एक सांसद ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। उधर, टीएमसी के 34 सांसदों ने वोटिंग नहीं की। टीएमसी ने पहले ही वोटिंग से किनारे का ऐलान किया था। हालांकि पार्टी के आदेश के बावजूद टीएमसी के शिशिर अधिकारी और दिव्येंदु ने मतदान किया।
—
बिरला और धनखड़
75 साल के संसदीय इतिहास में पहली बार दोनों सदन राज्यसभा और लोकसभा की अध्यक्षता राजस्थान के नेता करेंगे। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। इससे पहले केवल भैरोंसिंह शेखावत ही राजस्थान से एकमात्र ऐसे नेता हुए जो 2002 से 2007 तक उपराष्ट्रपति रहे। लेकिन उस समय लोकसभा अध्यक्ष राजस्थान से नहीं थे। कोटा-बूंदी सीट से भाजपा सांसद ओम बिरला को 19 जून 2019 को लोकसभा स्पीकर चुना गया। अब 2022 में जगदीप धनखड़ उपराष्ट्रपति बन गए।
भाजपा ने एक तीर से साधा दो निशाना
भाजपा ने राजस्थान के झुंझुनू जिले से आने वाले और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बनाकर एक तीर से दो निशाने साधे हैं। पहला, देश की लगभग 44 फीसदी आबादी यानी ओबीसी समुदाय में सियासी मैसेज देने की कोशिश की गई है। दूसरा यह कि राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में नाराज चल रहे जाटों को साधने के लिए ट्रंप कार्ड चल दिया है। खासकर कृषि कानूनों के विरोध में जो किसान नाराज चल रहे थे, भाजपा के इस फैसले के बाद शायद उनकी नाराजगी भी दूर हो जाए।
000

