हाइलाइट्स
आ रहा है गौतम अडानी की एक और कंपनी का आईपीओ
अडानी कैपिटल की 1500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना
किसानों और छोटे कारोबारियों को लोन देती है यह एनबीएफसी
अडानी ग्रुप की सात कंपनियां पहले ही लिस्ट हो चुकी हैं
नई दिल्ली: निवेशकों के पास आईपीओ मार्केट में कमाई का शानदार मौका आ रहा है। भारत और एशिया के सबसे बड़े रईस गौतम अडानी (Gautam Adani) के निवेश वाली एक और कंपनी शेयर बाजार में दस्तक देने जा रही है। एनबीएफसी कंपनी अडानी कैपिटल (Adani Capital) आईपीओ के जरिए 1500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। कंपनी का आईपीओ साल 2024 में आ सकता है। इससे पहले अडानी ग्रुप (Adani Group) की सात कंपनियां शेयर बाजार में लिस्ट हो चुकी हैं। इस लिस्ट में सबसे ताजा नाम अडानी विल्मर (Adani Wilmar) का है जो हाल में लिस्ट हुई थी। अडानी ग्रुप की कंपनियों ने हाल के वर्षों में निवेशकों को मालामाल किया है। इसकी बदौलत अडानी भारत और एशिया के सबसे बड़े रईस बनकर उभरे हैं। वह दुनिया के रईसों की लिस्ट में चौथे नंबर पर हैं।
अडानी कैपिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर गौरव गुप्ता ने कहा कि आईपीओ के तहत 10 फीसदी हिस्सेदारी बेची जाएगी और दो अरब डॉलर के वैल्यूएशन का टारगेट रखा गया है। उन्होंने कहा कि जब कोई कंपनी लिस्ट होती है तो उसकी पूंजी जुटाने की क्षमता बढ़ जाती है। अडानी कैपिटल किसानों और छोटे कारोबारियों को लोन देती है। हालांकि देश के फाइनेंशियल सेक्टर में इसकी हिस्सेदारी बहुत कम है। कंपनी टेक्नोलॉजी की मदद से ज्यादा से ज्यादा मार्केट कब्जाना चाहती है। उसकी नजर 30 हजार से लेकर 30 लाख रुपये तक के लोन पर है।
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क्या करती है कंपनी
गुप्ता ने कहा कि अडानी कैपिटल कोई फिनटेक कंपनी नहीं है बल्किए एक क्रेडिट कंपनी है। हम कस्टमर्स को जुटाने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं। कंपनी डायरेक्ट-टू-कस्टमर डिस्ट्रिब्यूशन मॉडल का इस्तेमाल करती है और उसका 90 परसेंट बिजनस सेल्फ जेनरेटेड है। गुप्ता 2016 में अडानी के साथ जुड़े थे। उन्हें बैंकिंग को दो दशक से भी अधिक अनुभव है। वह नोमुरा होल्डिंग्स इंक, Rothschild & Co में काम कर चुके हैं। वह Macquarie Group Ltd के भारत में इनवेस्टमेंट बैंकिंग के हेड के तौर पर भी काम कर चुके हैं।

