फेसबुक (मेटा) के लिए बड़ा बाजार माने जाने वाले भारत में अब कंपनी को यूजर्स बढ़ाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह सोशल मीडिया साइट पर अश्लीलता की भरमार है, जिससे खुद को असुरक्षित देख भारतीय महिलाओं ने किनारा कर लिया है। यह खुलासा भारत में कारोबारी चुनौतियों को लेकर खुद मेटा की दो साल तक चली रिसर्च में हुआ है, जो 2021 के अंत में पूरी हुई थी। इसके नतीजों की रिपोर्ट कंपनी ने एक आंतरिक कर्मचारी मंच पर प्रकाशित की है।
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में पुरुषों के प्रभुत्व वाले सोशल नेटवर्क फेसबुक को काफी महिलाओं ने छोड़ दिया है क्योंकि वे अपनी सुरक्षा और निजता को लेकर चिंतित थीं। देश में कंटेंट सुरक्षा, अवांछित व बिना जान-पहचान वाले लोग महिलाओं के प्लेटफॉर्म पर बने रहने में बड़ी बाधा के रूप में सामने आए हैं। इस आंतरिक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में अन्य देशों के मुकाबले नकारात्मक सामग्रियां ज्यादा प्रचलित हैं और महिलाओं को पीछे छोड़कर मेटा यहां सफल नहीं हो सकती।
फेसबुक पर यूजर्स न बढ़ पाने को लेकर अश्लील कंटेंट, जटिल एप डिजाइन, भाषाई बाधा और वीडियो कंटेंट चाहने वाले इंटरनेट यूजर्स के बीच अपील की कमी को अन्य बाधाओं में शामिल किया गया है। कंपनी की यह शोध रिपोर्ट हजारों लोगों के सर्वे पर आधारित है।
इसमें कहा गया है कि भारत में 45 करोड़ फेसबुक यूजर्स हैं, जो किसी भी अन्य देश की तुलना में अधिक संख्या है। लेकिन इसमें कंपनी के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप व इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म के मुकाबले पिछले साल से कमी आने लगी है। ऐसे में कंपनी को यहां अपनी रणनीतिक स्थिति और विकास के अवसरों पर स्पष्ट रूप से विचार करना चाहिए।
79 फीसदी महिलाओं ने जताई अपने फोटो के दुरुपयोग की चिंता
फेसबुक के शोधकर्ताओं से 79 फीसदी महिला यूजर्स ने कंटेंट/फोटो के दुरुपयोग के बारे में चिंता व्यक्त की। वहीं, 20-30 फीसदी महिलाओं ने बीते सात दिनों में फेसबुक पर अश्लीलता से वास्ता पड़ने की बात स्वीकारी। यही वजह है कि लॉक प्रोफाइल फीचर आने के बाद से जून 2021 तक, भारत में 34 फीसदी महिलाओं ने इस फीचर को अपनाया है।
कंपनी की सफाई सुरक्षा टीम की चौगुनी

