देश में हिंदू-मुसलमान की अंतहीन सियासत के बीच एक नई तस्वीर सामने आई है। देश के अल्पसंख्यकों की आबादी में लगभग दो तिहाई हिस्सेदारी मुसलमानों की है। मगर, सरकरी बैंकों के बड़े ओहदों में मुस्लिमों की अपेक्षा बेहद कम संख्या वाले ईसाइयों का दबदबा है। बैंकों में अल्पसंख्यक अफसरों के 33,527 पदों में सर्वाधिक 13,771 ईसाई हैं।
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि मंत्रालय से सरकारी नौकरियों में कार्यरत अल्पसंख्यक कार्मिकों की जानकारी जुटाने को कहा गया था। इसके अंतर्गत अलग-अलग अल्पसंख्यक समूहों के हिसाब से कार्यरत कार्मिकों का ब्योरा उपलब्ध कराना था।
यह जानकारी, अधिकारी, क्लर्क और सब स्टॉफ के रूप में अलग-अलग मांगी गई थी। केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय (डीओपीटी) ने बताया कि वह धार्मिक आधार पर कार्मिकों की जानकारी नहीं रखता है। लेकिन, वित्तीय सेवाएं विभाग ने बैंकों में कार्यरत अल्पसंख्यक कार्मिकों का ब्योरा उपलब्ध कराया।
आंकड़ों के मुताबिक राष्ट्रीयकृत बैंकों में अल्पसंख्यकों में सर्वाधिक 73.57 फीसदी हिस्सेदारी वाले मुसलिम समाज से 8,128 अधिकारी कार्यरत हैं। तीसरे नंबर वाले सिख अधिकारियों की संख्या 6,972 है।
अल्पसंख्यकों की आबादी में हिस्सेदारी
मुस्लिम 14.2%
क्रिश्चियन 2.3%
सिक्ख 1.7%
बौद्ध 0.7%
जैन 0.4%
पारसी 0.06%
स्रोत : जनगणना-2011 के आंकड़े
बैंकों में कार्यरत अल्पसंख्यकों की स्थिति
अल्पसंख्यक अधिकारी क्लर्क सब स्टॉफ
ईसाई 13771 9189 2096
मुसलमान 8128 5854 3316
सिक्ख 6072 4283 3090
बौद्ध 3515 1460 470
जैन 2011 1170 45
पारसी 04 11 —
जोरोस्ट्रेरियन 26 48 02
इन 12 सरकारी बैंकों के आंकड़े शामिल
बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, इंडियन बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया।

