— मतदान पूरा, 21 को मतगणना, 23 को नए राष्ट्रपति लेंगे शपथ
- पांच राज्यों में क्रास वोटिंग की खबर सामने आई
719 सांसदों ने किया मतदान
98.9 प्रतिशत मतदान संसद में
नई दिल्ली। देश के 15वें राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार को मतदान हुआ। संसद में 719 सांसदों ने मतदान किया। देशभर के विधानसभाओं में मतदान हुआ। कई सांसद और विधायक व्हीलचेयर पर मतदान करने पहुंचे। इस बीच, राष्ट्रपति चुनाव में यूपी, गुजरात, ओडिशा से लेकर असम तक क्रॉस वोटिंग की खबर है। असम यूपी के बरेली से सपा विधायक शहजील इस्लाम ने द्रौपदी मुर्मू को वोट किया। इसके अलावा गुजरात में राकांपा और ओडिशा व असम में कांग्रेस के विधायक द्वारा क्रॉस वोटिंग का दावा किया गया। अब 21 जुलाई को नतीजे सामने आएंगे।
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राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार को मतदान समाप्त हो गया। संसद भवन में 98.90 प्रतिशत निर्वाचकों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। निर्वाचन अधिकारी पी सी मोदी ने यह जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा पार्टी नेता राहुल गांधी ने संसद भवन में मतदान किया। देशभर में राज्य विधानसभाओं में भी मतदान हुआ। विभिन्न राजनीतिक दलों के रुख को देखते हुए इस चुनाव में राजग की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के खिलाफ जीत तय मानी जा रही है। निर्वाचन अधिकारी मोदी ने मतदान के बाद संवाददाताओं को जानकारी दी कि निर्वाचन आयोग ने 727 सांसदों और 9 विधायकों समेत कुल 736 निर्वाचकों को संसद भवन में मतदान की अनुमति दी थी, जिनमें से 719 सांसदों और 9 विधायकों समेत 728 ने मतदान किया। इससे पहले अधिकारी ने बताया था कि छह सांसदों ने अपने मताधिकार का उपयोग नहीं किया, लेकिन आंकड़ों में संशोधन करते हुए यह संख्या आठ बताई गई।
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गुजरात-यूपी और ओडिशा
गुजरात में राकांपा के विधायक कांधल जडेजा, यूपी में सपा विधायक शिवपाल यादव और शहजिल इस्लाम और ओडिशा में कांग्रेस विधायक मुकीम ने क्रॉस वोटिंग की है। सभी ने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है। बंगाल में भाजपा ने क्रॉस वोटिंग रोकने के लिए पहले विधायकों को कोलकाता में एक होटल में रखा। फिर इसके बाद सभी विधायक एक साथ बस से विधानसभा लाए गए।
व्हीलचेयर से पहुंचे पूर्व पीएम मनमोहन
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दिल्ली में संसद भवन परिसर में मतदान किया। वे व्हीलचेयर से पहुंचे। बिहार के सीतामढ़ी से विधायक मिथिलेश कुमार स्ट्रेचर पर वोट डालने पहुंचे। उन्होंने कहा कि देश के लिए लाखों जवानों ने आहुति दी है। उनका एक्सीडेंट मायने नहीं रखता है। इधर, तमिलनाडु के पूर्व डिप्टी सीएम ओ पनीरसेल्वम ने पीपीई किट में पहनकर अपना वोट डाला।
ओडिशा विधायक बोले- अंतरात्मा की आवाज सुनी
ओडिशा के कांग्रेस विधायक मोहम्मद मुकीम ने कहा कि वे कांग्रेस के विधायक हैं, लेकिन उन्होंने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट किया। उन्होंने कहा, यह मेरा निजी फैसला है। मैंने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी, जिसने मुझे अपनी मिट्टी के लिए कुछ करने के लिए कहा। इसलिए मैंने द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया। हालांकि, बताया जा रहा है कि मुकीम ओडिशा में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष न बनाए जाने के चलते नाराज चल रहे हैं।
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असम में भी क्रॉस वोटिंग!
एआईयूडीएफ विधायक करिमुद्दीन बारभुइया ने दावा किया है कि असम में कांग्रेस के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है। करिमुद्दीन के मुताबिक, कांग्रेस ने रविवार को वोटिंग बुलाई थी। इसमें सिर्फ 2-3 विधायक पहुंचे थे। सिर्फ जिला अध्यक्ष ही मीटिंग में पहुंचे थे। इससे साफ होता है कि कांग्रेस के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की. इतना ही नहीं उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के 20 से ज्यादा विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। उन्होंने कहा, नतीजों में आपको नंबर पता चल जाएगा।
धनखड़ ने दाखिल किया नामांकन
भारत के नए उपराष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए आगामी छह अगस्त को होने वाले चुनाव के मद्देनजर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। आंकड़ों के लिहाज से देखा जाए तो उनका उपराष्ट्रपति बनना लगभग तय माना जा रहा है। नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद 71 वर्षीय धनखड़ ने इस बात पर जोर दिया कि वह देश के लोकतांत्रिक मूल्यों को हमेशा आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे। अपनी सामान्य पृष्ठभूमि का उल्लेख करते हुए पत्रकारों से चर्चा में धनखड़ ने कहा कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि एक किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले उनके जैसे सामान्य व्यक्ति को यह ‘ऐतिहासिक’ अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर उनके पास बोलने को शब्द नहीं है।
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लीडइन राज्यों में क्रास वोटिंगझारखंडगुजर…
इन राज्यों में क्रास वोटिंग
झारखंड
गुजरात
हरियाणा
ओडिशा
असम
उत्तरप्रदेश
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विभिन्न राज्यों के कई विधायकों ने सोमवार को कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में अपनी पार्टी लाइन का पालन नहीं कर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में ‘क्रॉस वोट’ किया। इनमें झारखंड और गुजरात में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विधायक और हरियाणा तथा ओडिशा में कांग्रेस विधायक हैं जिन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर वोट किया। पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के विधायक ने राज्य से संबंधित मुद्दों का समाधान न होने का हवाला देते हुए राष्ट्रपति चुनाव का बहिष्कार किया। असम में, ऑल इंडिया यूनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) विधायक करीमुद्दीन बरभुइयां ने दावा किया कि राज्य के करीब 20 कांग्रेस विधायकों ने सोमवार को मुर्मू को वोट दिया। उत्तर प्रदेश में, शिवपाल सिंह यादव ने भी दावा किया कि वह कभी भी यशवंत सिन्हा का समर्थन नहीं करेंगे, क्योंकि उन्होंने एक बार उनके भाई और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव पर ‘आईएसआई एजेंट’ होने का आरोप लगाया था। पिछले महीने राज्यसभा चुनाव में हरियाणा में ‘क्रॉस वोटिंग’ करने वाले कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में भी अपने विवेक के अनुसार मतदान किया। राष्ट्रपति चुनाव में मतदान गुप्त मतदान के माध्यम से होता है और पार्टियां अपने सांसदों और विधायकों को व्हिप जारी नहीं कर सकती हैं। ओडिशा में कांग्रेस विधायक मोहम्मद मोकीम ने सोमवार को यह घोषणा कर हलचल पैदा कर दी कि उन्होंने राजग उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया। विधानसभा में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के बाद, कटक-बाराबती विधानसभा क्षेत्र के विधायक मोकीम ने कहा कि उन्होंने अपनी ‘अंतरात्मा की आवाज’ सुनी। मोकीम ने कहा, मैं ओडिशावासी और उड़िया भाषी हूं, मैंने द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान किया क्योंकि वह ओडिशा की बेटी हैं। मैंने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनने के बाद यह फैसला किया। विधायकों को उनकी अंतरात्मा की आवाज सुनने से नहीं रोका जा सकता है।
झारखंड में राकांपा विधायक कमलेश सिंह ने कहा कि उन्होंने मुर्मू को वोट दिया है। भाजपा विधायक बिरंची नारायण ने दावा किया, राजग प्रत्याशी मुर्मू को झारखंड में किसी भी हाल में कम से कम 65 विधायकों का समर्थन मिलेगा क्योंकि कांग्रेस के कई विधायक भी अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर उन्हें वोट देने जा रहे हैं। गुजरात में, राकांपा के विधायक कांधल जडेजा ने भी कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में मुर्मू को वोट दिया। गांधीनगर में विधानसभा परिसर में मतदान के बाद उन्होंने कहा, मैंने भाजपा उम्मीदवार को वोट दिया।शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा देश में कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी खेमे के घटकों में से एक है। पंजाब विधानसभा में शिरोमणि अकाली दल के विधायक मनप्रीत सिंह अयाली ने राज्य से जुड़े विभिन्न अनसुलझे मुद्दों को लेकर राष्ट्रपति चुनाव का बहिष्कार करने की घोषणा की। दाखा से विधायक अयाली ने कहा कि उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में लोगों से बात की और पंथ की भावनाओं (सिख समुदाय) को देखते हुए यह निर्णय किया।
गैर एनडीए दलों ने मुर्मू को दिया समर्थन
इधर, कई गैर एनडीए दलों ने द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान किया। बीजू जनता दल (बीजद), युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), तेलगु देशम पार्टी (तेदेपा), जनता दल (सेक्युलर) और शिरोमणि अकाली दल जैसी क्षेत्रीय पार्टियों के राष्ट्रपति चुनाव में मुर्मू को अपना समर्थन देने के साथ, सोमवार को मतदान के दौरान राज्य विधानसभाओं में कई विपक्षी विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग से उनकी वोट हिस्सेदारी और बढ़ने की संभावना है। शिवसेना और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) जैसी कुछ पार्टियों ने भी संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) में अपने सहयोगियों का साथ छोड़ भारत की अगली राष्ट्रपति बनने के लिए मुर्मू का समर्थन किया।
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