व्हाट्सएप ने 2.38 करोड़ खातों पर लगाई रोक, कर रहे थे आपराधिक इस्तेमाल

-मेटा के अनुसार भारत में 40 फीसदी लोग कर रहे प्लेटफार्म का दुरुपयोग

नई दिल्ली। व्हाट्सएप, फेसबुक व इंस्टाग्राम का स्वामित्व रखने वाली कंपनी मेटा की रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक ने 2022 की पहली तिमाही में हिंसा और उकसावे वाली सामग्री से जुड़े 2.17 करोड़ पोस्ट के खिलाफ कार्रवाई की। 1.8 अरब फर्जी जानकारियां हटाईं।

50 करोड़ से ज्यादा भारतीय व्हाट्सएप इस्तेमाल करते हैं। 2011 की जनगणना के लिहाज से देखें तो 108 करोड़ की वयस्क आबादी में से हर दूसरा भारतीय व्हाट्सएप पर है। इनमें से बहुत से लोग इसका आपराधिक इस्तेमाल कर रहे हैं। इसे रोकने के प्रयासों के तहत बीते एक वर्ष में भारत में व्हाट्सएप ने 2.38 करोड़ खातों पर प्रतिबंध लगाया है। सबसे ज्यादा 30,27,000 खाते जुलाई 2021 में बैन किए गए थे।

इन वजहों से लगता है बैन

साइबर मामलों के जानकार और साइब्रोटेक के अध्यक्ष अनुज अग्रवाल कहते हैं, कोई उपयोगकर्ता अश्लीलता, मानहानि से जुड़े, धमकाने, डराने, नफरत फैलाने या हिंसा को उकसाने वाली सामग्री साझा करता है और किसी से शिकायत मिलती है तो व्हाट्सएप खाता प्रतिबंधित हो जाता है।

समाज की खौफनाक सच्चाई बताते हैं आंकड़े

इन आंकड़ों से बेहद चिंताजनक बात यह सामने आती है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल अपराधियों से संपर्क, हत्या, दुष्कर्म और अश्लीलता के लिए खुलेआम हो रहा है। एक सर्वे के मुताबिक, 10 में से 4 व्हाट्एप उपयोगकर्ताओं के पास नियमित तौर पर अश्लील फोटो या वीडियो पहुंचते हैं। यानी मोटे तौर पर 40 फीसदी व्हाट्सएप उपयोगकर्ता प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से अश्लीलता, हिंसा भड़काने, अफवाह फैलाने जैसे अपराध कर रहे हैं।

फेसबुक ने भी हटाए हिंसक पोस्ट

व्हाट्सएप, फेसबुक व इंस्टाग्राम का स्वामित्व रखने वाली कंपनी मेटा की रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक ने 2022 की पहली तिमाही में हिंसा और उकसावे वाली सामग्री से जुड़े 2.17 करोड़ पोस्ट के खिलाफ कार्रवाई की। 1.8 अरब फर्जी जानकारियां हटाईं। इंस्टाग्राम ने नशे को बढ़ावा देने वाली 18 लाख पोस्ट हटाईं।


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