केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा रांची में आयोजित जोनल मीटिंग में शामिल होने के लिए कलेक्टर को किया गया आमंत्रित
मुख्यमंत्री श्री बघेल और महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती भेंड़िया ने दी बधाई
महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए गौठान में कार्य कर आत्मनिर्भर करने के लिए किया जा रहा प्रोत्साहित
महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण एवं शिक्षा के लिए घर-घर
जाकर किया जा रहा जागरूक
किशोरी बालिका एवं महिलाओं में एनीमिया दूर करने हेतु
दी जा रही आवश्यक दवाईयां
गर्भवती माताओं को आंगनबाड़ी केन्द्रों में दिया जा रहा
पौष्टिक आहार एवं गरम भोजन
रायपुर 30 जून 2022
बेहतरीन कार्य करने वाले देश के अग्रणी जिलों नीति आयोग द्वारा आकांक्षी जिला राजनांदगांव को महिला सशक्तिकरण और उनके हित की दिशा में बेहतरीन कार्य करने के लिए अग्रणी जिलों में शुमार किया है। जिले में किए गए उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुए केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा ’महिलाओं एवं बच्चों पर प्रभाव’ थीम पर रांची में आयोजित जोनल मीटिंग में शामिल होने के लिए कलेक्टर को आमंत्रित किया गया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया ने जिला प्रशासन को इस उपलब्धि के लिए ढेर सारी बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा के नेतृत्व में राजनांदगांव जिले में गौठान को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा हैं। महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए गौठान में उन्हें कार्य कर आत्मनिर्भर करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। यहां समूह की महिलाओं को कार्य मिल रहा है और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत बनी है। समूह से जुड़ी महिलाएं स्थानीय स्तर पर पापड़, बड़ी, अचार, मसाला जैसे विभिन्न उत्पाद बना रही हैं। जिनकी स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं छात्रावास में आपूर्ति की जा रही है। सामग्री के गुणवत्ता के परीक्षण के लिए विकासखंड स्तर पर समिति का गठन किया गया है। समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें ऋण प्रदान किया गया है। जिससे उन्हें रोजगार मिला है। सी-मार्ट एवं गौठान परिसर के माध्यम से स्थानीय उत्पादों की बिक्री कर सशक्त बनाया जा रहा है। इसके साथ ही रेल्वे स्टेशन में दुकान का निर्माण कर विक्रय किया जा रहा है। जिले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा एनीमिक किशोरी बालिका, गर्भवती महिलाओं एवं अन्य महिलाओं के स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण एवं शिक्षा के लिए घर-घर जाकर जागरूक किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में किशोरी बालिकाओं के शारीरिक, मानसिक एवं सामाजिक विकास से संबंधित कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं। नव विवाहितों को उनके आने वाले जीवन व मातृत्व से संबंधित जानकारी प्रदान की जा रही है, साथ ही आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं के बारे में स्वसहायता समूहों की कार्य प्रणाली से अवगत कराया जा रहा है। गर्भवती व शिशुवती महिलाओं को पौष्टिक आहार एवं बच्चों को स्वयं देखभाल के प्रति जागरूक किया जा रहा है।


 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                