राजस्थान में मोबाइल इंटरनेट सेवा निलंबित
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उदयपुर/जयपुर/नई दिल्ली। केंद्र ने उदयपुर में दर्जी की हत्या की घटना को एक आतंकवादी कृत्य मानते हुए बुधवार को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को मामले की जांच अपने हाथ में लेने और इसमें किसी भी संगठन या अंतरराष्ट्रीय संलिप्तता का पता लगाने का निर्देश दिया है। उदयपुर के सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा है, जबकि राजस्थान के सभी 33 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है। इस बीच, राजस्थान के गृह राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह यादव ने भी इस मामले काे लेकर खुलासा किया है कि दोनों पाकिस्तान और अरब देशों के लोगों से कॉन्टैक्ट में थे। इनके मोबाइल में पाकिस्तान और अरब देशों के नंबर मिले हैं। आरोपी रियाज और गौस की पाकिस्तान के नंबरों पर खूब बातचीत होती थी। बताया जाता है कि कन्हैयालाल को हाल ही में स्थानीय पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के संबंध में गिरफ्तार किया था। बाद में उन्हें मामले में जमानत मिल गई थी। 15 जून को उन्होंने पुलिस को बताया था कि उन्हें धमकियां मिल रही हैं।
घटना के एक दिन बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और ऐसी घटनाओं को राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कट्टरपंथी तत्वों की संलिप्तता के बिना अंजाम नहीं दिया जा सकता। कन्हैया लाल तेली का शव पोस्टमार्टम के बाद बुधवार को परिवार के हवाले कर दिया गया। उदयपुर के सेक्टर-14 में स्थित उनके घर से कड़ी सुरक्षा के बीच उनकी अंतिम संस्कार किया गया। गहलोत ने दोपहर में जयपुर में गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव, मुख्य सचिव उषा शर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), खुफिया इकाई के महानिदेशक समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, गृह मंत्रालय ने एनआईए को राजस्थान के उदयपुर में हुई कन्हैया लाल तेली की नृशंस हत्या की जांच करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, किसी भी संगठन और अंतरराष्ट्रीय संलिप्तता की गहन जांच की जाएगी।
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आरोपियों पर लगा यूएपीए
उदयपुर हत्याकांड में डीजीपी ने कहा कि इस वारदात को टेरर एक्ट मानते हुए यूएपीए के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इनके ट्रांस बार्डर कनेक्शन की जांच की जा रही है। डिजिटल एविंडेंस की भी जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि समझौता करा दिया गया, जबकि पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए थी। कल एसआई और आज एसएचओ को सस्पेंड किया है।
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फैला रहे थे नफरत की आग
एनआईए की जांच में आरोपी गौस और रियाज के पाकिस्तानी कनेक्शन के पुख्ता सबूत मिले हैं। इन दोनों ने कराची से लौटने के बाद उदयपुर में युवाओं को भड़काना शुरू कर दिया था। उनके मन में नफरत की आग को भड़का रहे थे। यह भी जानकारी सामने आई है कि दोनों दावत-ए-इस्लामी नाम के पाकिस्तानी संगठन से जुड़े हैं।
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राजसमंद में तनाव, पुलिस और प्रदर्शनकारी भिड़े, कॉन्सटेबल पर तलवार से हमला
-उदयपुर हत्याकांड के चलते कर्फ्यू के बाद भी बिगड़े हालात
- समुदाय विशेष के इलाके में घुसने की कोशिश कर रहे थे प्रदर्शनकारी
- राजसमंद के भीम कस्बे से ही किया गया है आरोपियों को गिरफ्तार
(फोटो कैप्शन- जम्मू में शिव सेना डोगरा फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को उदयपुर हत्याकांड के खिलाफ प्रदर्शन किया।)
उदयपुर। उदयपुर में हुए हत्याकांड के बाद राजसमंद में हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। यहां भीम कस्बे में पुलिस और प्रदर्शनकारी आपस में भिड़ गए। इस घटना में पुलिसकर्मी की हालत गंभीर है। उन्हें पहले ब्यावर और फिर ब्यावर से अजमेर रेफर किया गया है। कस्बे में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। पुलिसकर्मी को अजमेर के जेएलएन अस्पताल में भर्ती किया गया है। अस्पताल के बाहर भारी तादाद में पुलिस बल तैनात है। दरअसल, प्रदर्शनकारी उदयपुर में हुई कन्हैयालाल की हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान ही पुलिस ने की प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की और प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया। कुछ युवकों ने धारदार हथियार से पुलिसकर्मी पर हमला कर दिया। हमले में भीम थाने के कॉन्स्टेबल संदीप चौधरी गंभीर रूस से घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम राहुल जैन, सिटी थाना अधिकारी सुरेंद्र सिंह जोधा, अजमेर एसपी विकास शर्मा और जिला कलेक्टर अंशदीप भी अस्पताल पहुंच गए। बता दें कि हत्याकांड के बाद दोनों आरोपियों को राजसमंद के भीम इलाके से ही गिरफ्तार किया गया था।
10 राउंड से ज्यादा फायरिंग
प्रदर्शनकारियों की भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस ने 10 राउंड से ज्यादा हवाई फायरिंग की। करीब 8 राउंड रबड़ की गोलियां फायर की गईं। सर्कल इंस्पेक्टर (सीआई) ने अपनी पिस्तौल से चार फायर किए। प्रदर्शनकारियों की भीड़ समुदाय विशेष के इलाके में घुसने की कोशिश कर रही थी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। कई लोग घायल हुए। रात से अभी तक पुलिस 4 बार प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग कर चुकी है।

