स्मगल कर चीन पहुंचे सैकड़ों भारतीय सिम, कई वीआईपी की हो रही जासूसी

-पकड़े गए दो चीनी नागरिकों से खुलासा

-इन सिम कार्ड्स से भारत के अहम अकाउंट्स किए जा रहे हैक

ग्रेटर नोएडा। नेपाल बॉर्डर पर पकड़े गए दो चीनी नागरिकों को ग्रेटर नोएडा में पनाह देने वाले सु फाई का कनेक्शन भारत के अहम अकाउंट को हैक करने और ऑफिशियल फ्रॉड्स करने में जुड़ रहा है। पुलिस जांच में सामने आया है कि चीनी नागरिक भारत से बड़ी संख्या में सिम कार्ड स्मगल कर चीन ले जा चुके हैं। पकड़े जाने के दौरान भी उनसे 6 सिम कार्ड मिले थे। इनमें एक असम, दो महाराष्ट्र और 3 नगालैंड के हैं। दो सिम सु फाई की गर्लफ्रेंड की आईडी पर लेकर दोनों चीनी नागरिकों को दिए थे। दोनों चीनी नागरिकों को ग्रेटर नोएडा में पनाह देने वाले चीनी नागरिक सु फाई से गई पूछताछ में सामने आया कि बड़ी संख्या में चीनी नागरिक भारत के आईडी बनवाकर बहुत सारे मोबाइल सिम कार्ड चीन पहुंचा चुके हैं। चीन में इन सिम कार्ड्स से भारत के अहम अकाउंट्स को हैक करने और फाइनेंशियल फ्रॉड्स में इस्तेमाल किया जाने की आशंका है।

भारत के कई बड़े लोगों की जासूसी करने का शक

पकड़े गए चीनी नागरिक भारत में दिल्ली मुंबई समेत कई बड़े शहरों में टैक्सी कर घूमे थे। आशंका है कि भारत के कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों, सांसदों, विधायकों, सेना प्रमुखों, खिलाड़ियों, उद्यमियों समेत हजारों लोगों की उन्होंने निगरानी की है। वर्ष 2020 में जासूस की शक में चीनी नागरिक पकड़े गए थे। चीनी और नेपाली नागरिक दो शेल (मुखौटा) कंपनियों की आड़ में जासूसी में संलग्न थे। चीन के इंटेलिजेंस अफसरों को भारतीय सेना और रक्षा से जुड़ी जानकारी भेजते थे।


नटवरलाल की तलाश में छापेमारी जारी

चीनी नागरिकों का भारतीय दोस्त रवि कुमार नटवरलाल ने मोबाइल सिम से लेकर पासपोर्ट वह पहचान पत्र बनवाने में चीनी नागरिकों की मदद की बात सामने आ रही है। नटवरलाल की गिरफ्तारी के बाद देश की सुरक्षा से जुड़ी कई सूचनाएं सामने आएंगीं। उसकी तलाश में छापेमारी जारी है।

प्रातिक्रिया दे