छत्तीसगढ़ की छात्रा की कोटा में हत्या… कोचिंग करने गई थी, ब्वायफ्रेंड ने जंगल में किया मर्डर

इंस्टाग्राम पर हुई थी लड़के से मुलाकात, आरोपी पकड़ से बाहर

राजस्थान के कोटा में हुई शहर की छात्रा की मौत

बिलासपुर। राजस्थान कोटा कोचिंग करने गई शहर के एक छात्रा की अपहरण करने के बाद हत्या कर लाश जंगल में फेंके जाने की घटना के बाद बिलासपुर में उक्त छात्रा के घर में मातम छाया हुआ है। मृत छात्रा के पिता राजस्थान चले गए हैं, वहीं किडनी पेशेंट माता की रिश्तेदार देखरेख कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार छात्रा की हत्या करने वाले आरोपी को राजस्थान पुलिस अब तक नहीं पकड़ पाई है।

यदुनंदननगर निवासी ट्रांसपोर्टर अमीन खान ने हरिभूमि को बताया कि उनकी इकलौती बेटी आलिया खान (17) सेंट फ्रांसिस स्कूल की छात्रा थी। 11 वीं कक्षा तक पढ़ाई करने के बाद नीट की कोचिंग करने के लिए राजस्थान कोटा चली गई थी। उन्होंने 25 अप्रैल को न्यू राजीव गांधी नगर स्थित हॉस्टल व एलन इंस्टीट्यूट में उसका दिखाला कराया था। 6 जून को आलिया हास्टल से कोचिंग जाने निकली थी। उसके बाद वह हास्टल नहीं लौटी और मोबाइल बंद हो गया। घबराकर परिजन कोटा के लिए रवाना हो गए। इसी दौरान हास्टल से उनके पास आलिया के लापता होने की सूचना आई। श्री खान दोस्त उदय सिंह के साथ कोटा पहुंच गए। उन्होंने 8 मई की रात जवाहर नगर थाने में बच्ची के लापता होने की रिपोर्ट लिखाई। पतासाजी केे दौरान छात्रा के मोबाइल का लास्ट लोकेशन रावतभाठा जवाहर सागर डैम के पास मिला। पुलिस ने डेम

के पास जंगल में तलाश शुरू की तो जंगल के अंदर छात्रा आलिया की लाश मिली। उसके सिर को पत्थर से कुचल दिया गया था।

गुजरात के युवक पर संदेह

बताया जाता छात्रा स्कूल में पढ़ाई कर रही थी, उसी दौरान वह मोबाइल में आनलाइन गेम खेलती थी। उसके ही माध्यम से साल भर पहले गुजरात के एक युवक से उसकी दोस्ती हो गई थी। उसके बाद दोनों इंस्टाग्राम में चैटिंग करते थे। कहा जा रहा है उक्त युवक 4 जून को कोटा जाकर छात्रा से मिला था। उसके बाद 6 जून को दोनों साथ में घूमने डैम गए थे। राजस्थान पुलिस गुजरात में संदेही युवक की तलाश कर रही है।

डाक्टर बनना चाहती थी आलिया

छात्रा के मामा फरहद अली ने बताया उनकी भांजी पढ़ने में होनहार थी। सात साल के उम्र में उसके मां की दोनों किडनी खराब हो गई और उनका अपोलो में डायलेसिस चल रहा है। मां की तकलीफ को देखकर वह डाक्टर बनना चाहती थी। उसकी पढ़ाई व लगन को देखते हुए पिता ने डाक्टर बनाने उसे राजस्थान कोटा में कोचिंग करने के लिए भेजा था।

मां को नहीं दी जानकारी

प्रतिदिन आलिया अपनी मां को सुबह शाम फोन कर बातचीत करती थी। 4 जून को फोन नहीं आने व मोबाइल बंद मिलने पर उनकी सेहत और खराब हो गई। उन्हें इलाज के लिए अपोलो में भर्ती कराया गया। इसी दौरान आलिया के लापता होने की खबर होने पर उनकी मां को रिश्तेदार के घर में रखा गया है। 8 जून की रात लाडली बेटी की लाश मिलने पर मातम छा गया। उसकी मां को बेटी के हत्या होने की जानकारी नहीं दी गई है। शुक्रवार को शव शहर लाया जाएगा।

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