पैगंबर पर टिप्पणी: नुपूर के बयान से 17 मुल्क नाराज, विदेश के साथ देश में भी बढ़ता जा रहा विरोध

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नुपूर शर्मा के बयान पर देशों का विरोध जारी है। खबर है कि अब तक कम से कम 17 देश भारत के खिलाफ आधिकारिक रूप से विरोध दर्ज करा चुके हैं। हालांकि, भारत ने यह साफ कर दिया है कि शर्मा का बयान सरकार के मत को नहीं दर्शाता है।

गौरतलब है कि कई इस्लामी देशों ने भारत के उत्पादों का बहिष्कार भी शुरू कर दिया है जिसको लेकर भारत चिंतित है। इसके अलावा भारत में भी लगातार भाजपा प्रवक्ता के खिलाफ विपक्षी दल नाराजगी जता रहे हैं। शर्मा को गिरफ्तार करने की मांग की जा रही है।

इन देशों ने दर्ज कराया अपना विरोध

भारत के खिलाफ विरोध दर्ज करा चुके देशों में ईरान, इराक, कुवैत, कतर, सऊदी अरब, ओमान, संयुक्त अरब अमीरात, जॉर्डन, अफगानिस्तान, बहरीन, मालदीव्स, लीबिया, इंडोनेशिया और पाकिस्तान का नाम शामिल है।

महाराष्ट्र पुलिस ने नूपुर को 22 जून को तलब किया

इधर महाराष्ट्र पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी की निलंबित पदाधिकारी नूपुर शर्मा को पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ उनकी कथित अपमानजनक टिप्पणी के संबंध में बयान दर्ज कराने के लिए 22 जून को पेश होने को कहा है। एक अधिकारी ने बताया कि भाजपा की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता शर्मा की टिप्पणी के बाद महाराष्ट्र के ठाणे जिले में मुंब्रा पुलिस ने उनके खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की थी। पुलिस ने शर्मा को ईमेल के साथ-साथ स्पीड पोस्ट के जरिए समन भेजा है।

नुपूर व उनके परिवार को दी गई सुरक्षा

दिल्ली पुलिस ने भाजपा से निष्कासित की गईं नूपुर शर्मा और उनके परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई है। शर्मा ने उन्हें मिल रही धमकियों का हवाला देते हुए पुलिस से सुरक्षा मुहैया कराने का अनुरोध किया था। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘शर्मा ने आरोप लगाया था कि उन्हें धमकियां मिल रही हैं और उनकी टिप्पणियों को लेकर उन्हें परेशान किया जा रहा है, जिसके बाद उन्हें एवं उनके परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई गई है।

ये बॉक्स जरूर लगाएं ……

इस कारण सहना पड़ती है अरब देशों की आपत्ति

  1. गल्फ देशों के तेल और गैस पर भारत की निर्भरता
  2. गल्फ देशों में हैं सबसे ज्यादा भारतीय मजदूर
  3. विदेशों से भारत आने वाला पैसे में भी गल्फ देश आगे
  4. गल्फ देशों के साथ भारत का बड़ा व्यापार
  5. गल्फ देशों से भारत का कल्चरल और हिस्टोरिकल जुड़ाव

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भारत ने कहा- पाक हमें अल्पसंख्कों की हिफाजत न सिखाए

बता दें कि भारत ने सोमवार को इस्लामिक देशों के संगठन की टिप्पणियों को ‘संकीर्ण सोच वाला, प्रेरित, भ्रमित एवं शरारतपूर्ण बताते हुए खारिज कर दिया। नई दिल्ली ने इस मामले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ एवं विदेश मंत्रालय के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अल्पसंख्यकों के अधिकारों का लगातार उल्लंघन करने वाले एक देश की, किसी दूसरे देश में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे व्यवहार को लेकर टिप्पणी किसी के गले नहीं उतर रही है।

भारत ने कहा- बांटने वाला है आप लोगों का अजेंडा

इस्लामिक देशों के संगठन के बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने कहा कि भारत सभी धर्मों के प्रति सर्वोच्च सम्मान का भाव रखता है और 57 सदस्यीय समूह का बयान निहित स्वार्थी तत्वों की शह पर उसके विभाजनकारी एजेंडे को उजागर करता है। उन्होंने कहा, ”हम ओआईसी सचिवालय से आग्रह करते हैं कि वह सांप्रदायिक रुख को आगे बढ़ाना बंद करे और सभी धर्मों एवं आस्थाओं के प्रति सम्मान प्रदर्शित करे।”

ओवैसी ने की नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष एवं लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को शर्मा की गिरफ्तारी की मांग की। ओवैसी ने मीडिया में बात करते हुए नरेंद्र मोदी सरकार के विदेश नीति की जमकर आलोचना की और भाजपा से शर्मा के निलंबन को महज दिखावा करार दिया।

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अब पैगंबर मोहम्मद विवाद में हुई संयुक्त राष्ट्र संघ की एंट्री…

बोला यूएन, हम सभी धर्मों के सम्मान के साथ सहिष्णुता को करते हैं प्रोत्साहित।

.नई दिल्ली।

भाजपा के दो पूर्व प्रवक्ताओं द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी से जन्मे विवाद के बीच अभी तक भारत सरकार पूरी तरह से इस्लामिक देशों का भरोसा जीत भी नहीं पाई थी कि अब इस मामले में दुनिया की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण संस्था संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएनओ) की एंट्री हो गई है। जिसमें यूएन ने कहा है कि हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं और पूरी मजबूती के साथ सहिष्णुता और सभी धर्मों के सम्मान को प्रोत्साहित करते हैं। यह जानकारी यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान पाकिस्तान की एक पत्रकार द्वारा पैगंबर विवाद मामले को लेकर पूछे गए प्रश्न के जवाब में दी है। उन्होंने कहा कि मैंने इस बाबत खबरें देखी हैं। मैंने वो विवादित टिप्पणी नहीं देखी है। लेकिन एक बात में बड़ी स्पष्टता से कह सकता हूं कि हम (यूएन) सभी धर्मों का सम्मान करते हैं और सहिष्णुता को दृढ़ता के साथ बढ़ावा देते हैं।

यहां बता दें कि भारत द्वारा बीते सोमवार को इस मामले में उसके खिलाफ एजेंडा चलाने वाले पाकिस्तान और ओआईसी को कड़ी फटकार लगाने के बाद यूएन में इस मामले की गूंज सुनाई दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह साफ तौर पर पाकिस्तान के एंटी इंडिया प्रॉपेगेंडा का हिस्सा है। जिसके तहत वो लगातार आदतन भारत की छवि खराब करने की कोशिश करता रहता है।

भारत सरकार ने मजबूती से रखा अपना पक्ष

वहीं इस पूरे मामले को लेकर मुस्लिम देशों के कूटनीतिक विरोध के तुरंत बाद भारत सरकार ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित टिप्पणी करने वाले भाजपा के दोनों प्रवक्ताओं नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल के बयान को उनका निजी बयान बताते हुए स्पष्ट कर दिया है कि ये भारत सरकार का आधिकारिक रुख नहीं है। भारत में सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है।

दर्जनभर से अधिक मुस्लिम देशों ने खोला मोर्चा

इस मामले को लेकर मुस्लिम देशों की तरफ से शुरू हुए विरोध की अगुवाई करने की शुरुआत बीते रविवार को कतर से हुई थी। इसके बाद इसमें मुस्लिम बहुल आबादी वाले खाड़ी देश और उनकी सहयोग परिषद, ओआईसी और कुछ दक्षिण एशियाई देश भी कूद पड़े। जिसमें कुवैत, सऊदी अरब, यूएई, ओमान, बहरीन, जॉर्डन, इराक, ईरान, लीबिया, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, तुर्की, इंडोनेशिया और मालद्वीप मुख्यरूप से शामिल हैं।

इन सभी की तरफ से पैगंबर मोहम्मद पर की गई भाजपा प्रवक्ताओं की टिप्पणी को लेकर भारत के समक्ष अपना कूटनीतिक विरोध दर्ज कराते हुए सरकार से माफी मांगने की मांग की गई थी। हालांकि इन सबके बीच कुछ खाड़ी देशों ने भारत सरकार के पक्ष का स्वागत भी किया है।

आतंकी संगठन गजवातुल ने दी धमकी

नूपुर शर्मा का विरोध बढ़ता ही जा रहा है। इन तमाम आलोचनाओं के बीच अब आतंकवादी संगठन मुजाहिदीन गजवातुल हिंद ने नूपुर शर्मा को खुली धमकी दी है। आतंकी संगठन ने कहा है कि पूर्व भाजपा प्रवक्ता पूरी दुनिया से माफी मांगें, नहीं तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें।

आतंकी संगठन ने पोस्टर किया जारी

दिल्ली के गाजीपुर में आईईडी मिलने की जिम्मेदारी लेने वाले तथाकथित आतंकी संगठन मुजाहिदीन गजवातुल हिंद ने टेलीग्राम पर एक धमकी भरा पोस्टर जारी किया है। इसमें लिखा है हम नुपुर शर्मा को हिदायत देते हैं की वो बयान वापस लेते हुए पूरे विश्व से माफी मांगें। वरना हम वही करेंगे जो पैगंबर साहब की शान में गुस्ताखी करने वालों के साथ किया जाता है।

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