सत्येंद्र जैन की बढ़ी मुश्किल… शैल कंपनियों के मालिक ने कबूली पैसे ट्रांसफर की बात

-मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री को गिरफ्तार किया है ईडी ने

-भाजपा ने साधा आप पार्टी व केजरीवाल पर निशाना

  • सरकारी खजाने और जनता के साथ धोखा किया : ईरानी

नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को कोलकाता की एक शेल कंपनी से हुए मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया है। इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भी भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया था। ईडी की हिरासत में सत्येंद्र जैन से लगातार दस्तावेज और बैंक खाते दिखा कर पूछताछ की जा रही है। वहीं इसके दूसरी तरफ इस मामले में इन शेल कंपनियों के मालिक जीवेश मिश्रा ने जांच एजेंसियों के सामने कबूल किया है कि नकदी लेकर उन्होने सत्येंद्र जैन और उनके सहयोगियों की कंपनी में शेल कंपनियों के जरिए पैसा भेजा था। गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने सोमवार को धन शोधन के एक मामले में जैन को गिरफ्तार कर लिया था। जैन के पास दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, गृह और ऊर्जा समेत कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी है।

जैन के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की : ईरानी

इधर इस मामले में भाजपा ने आम आदमी पार्टी व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केजरीवाल द्वारा मंगलवार को दिए गए उस बयान का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि भ्रष्टाचार, देश से ‘‘गद्दारी” के समान है । ईरानी ने पूछा कि ऐसे में फिर आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक एक ‘‘गद्दार” का बचाव क्यों कर रहे हैं, जिसने कथित तौर पर सरकारी खजाने और जनता के साथ धोखा किया है? जैन के खिलाफ आरोपों की झड़ी लगाते हुए ईरानी ने केजरीवाल से कई सवाल भी किए। उन्होंने पूछा कि वह बताएं कि क्या ये आरोप सही हैं या नहीं। दिल्ली उच्च न्यायालय की एक डिविजन बेंच ने 2019 के अपने एक ऑर्डर में इस बात की पुष्टि की थी कि सत्येंद्र जैन ने मनी लॉन्ड्रिंग की है। ईरानी ने केजरीवाल से सवाल किया कि इसके बाद भी उन्होंने जैन के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की।

जैन और उनकी कंपनियों पर आरोप

सूत्रों के मुताबिक जैन अभी तक इस बात से इनकार कर रहे है कि उनकी कंपनियों में कोलकाता की शेल कंपनियों से कोई पैसा आया है। सत्येंद्र जैन और उनकी कंपनियों पर आरोप है कि इन लोगों ने नकदी कोलकाता के शैल कंपनी के कर्ताधर्ता जीवेश मिश्रा के पास भेजी और बदले में जीवेश मिश्रा ने अपनी 25 शेल कंपनियों के जरिए सत्येंद्र जैन और उनकी कंपनियों में पैसा भेजा। इस बात का खुलासा खुद शेल कंपनियों के मालिक जीवेश मिश्रा ने जांच एजेंसियों के सामने किया है। सूत्रों ने बताया कि सत्येंद्र जैन और उनकी कंपनियों को लेकर आयकर विभाग ने लंबी चौडी जांच की थी और इस जांच के दौरान उनके सहयोगियों से पूछताछ भी की गई।

जैन पाक-साफ, ‘पद्मविभूषण’के हकदार

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किये गये सत्येन्द्र जैन को ‘मोहल्ला क्लिनिक’ मॉडल के सूत्रधार के तौर पर पद्मविभूषण से सम्मानित किया जाना चाहिए। ‘मोहल्ला क्लिनिक’ में लोगों का मुफ्त इलाज होता है। केजरीवाल ने जैन को ‘कट्टर ईमानदार और देशभक्त’ करार देते हुए कहा कि उन्हें (जैन को) ‘झूठे मामले’ में फंसाया गया है। उन्होंने उम्मीद व्यक्त की कि जैन ईडी की जांच में पाक साफ निकलेंगे। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने जैन को ‘क्लीन चिट’ दी है और अब ईडी ने जांच शुरू की है, जैन पाक साफ निकलेंगे।

कश्मीरी पंडितों की हत्या से ध्यान भटकाने की कवायद

आप नेता संजय सिंह ने बुधवार को आरोप लगाया कि केंद्र दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ एक पुराना मामला खोलकर घाटी में कश्मीरी पंडितों की हत्याओं से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र को जैन को जेल भेजने की चिंता करने के बजाय कश्मीर में आतंकवादियों का सफाया करने के तरीकों के बारे में सोचना चाहिए। एक संवाददाता सम्मेलन में सिंह ने कहा, “पिछले आठ सालों से सो रहे ईडी ने हिमाचल प्रदेश चुनाव से ठीक पहले जैन को क्यों पकड़ा?” उन्होंने पूछा, “पिछले आठ वर्षों में उन्हें ईडी द्वारा सात बार तलब किया गया। लेकिन जब उन्हें (आप) हिमाचल प्रदेश का प्रभारी बनाया गया था और जब आप राज्य में सक्रिय हो रही थी, तब उन्हें गिरफ्तार क्यों किया गया


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