भगवान कृष्ण का प्रत्यक्ष वंशज होने का दावा करते हुए पहुंचा कोर्ट

-कृष्ण जन्मभूमि स्थल पर यथास्थिति के लिए एक आवेदन

मथुरा। मथुरा का श्रीकृष्ण जन्मभूमि-ईदगाह विवाद मामला अदालत में है और इस पर अगली सुनवाई एक जुलाई को होगी। इस बीच मनीष यादव नाम के एक शख्स ने भगवान कृष्ण के “प्रत्यक्ष वंशज” होने का दावा किया है। साथ ही कोर्ट में कृष्ण जन्मभूमि स्थल पर यथास्थिति के लिए एक आवेदन दिया है। मनीष यादव ने मांग की है कि ईदगाह के सर्वेक्षण के लिए तीन सदस्यीय कोर्ट कमिश्नर का पैनल नियुक्त किया जाए. आवेदन में ईदगाह में बंद कमरों को खोलने, इलाके की सफाई और सर्वे के दौरान पुलिस सुरक्षा के इंतजाम करने की भी मांग की गई है।

हिंदू पक्ष ने जमा किए कागजात

बता दें कि गुरुवार को श्रीकृष्ण जन्मभूमि-ईदगाह विवाद मामले में सुनवाई के दौरान हिंदू पक्ष ने अदालत में 13.37 एकड़ जमीन से जुड़े कागजात जमा किए और इस केस की सुनवाई जल्द से जल्द करने की मांग की. वहीं, दूसरी तरफ मुस्लिम पक्ष ने कोर्ट में जमा किए गए दस्तावेजों की कॉपी मांगी। कोर्ट ने हिंदू पक्ष को कॉपी देने का आदेश दिया है।


आगरा लालकिले में ठाकुर जी की मूर्ति होने का दावा

श्री कृष्ण जन्मभूमि-शादी ईदगाह विवाद को लेकर एक तरफ जहां कोर्ट में सुनवाई चल रही है वहीं इस मामले में एक और याचिका दाखिल कर हिंदू पक्षकार अधिवक्ता महेंद्र प्रताप ने आगरा लालकिले के सर्वे की मांग की है। इस याचिका में कहा गया है कि 1960 में औरंगजेब ने मथुरा में श्रीकृष्ण का मंदिर तोड़ा और वहां मौजूद मूर्तियां और बेशकीमती सामान लेकर आगरा के लाल किले चला गया। वहां बेगम साहिबा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे केशव देव की पौराणिक, बेशकीमती व रत्न जड़ित मूर्ति दबी है। याचिका में किले के सर्वे के साथ मूर्ति और बेशकीमती सामान को सीढ़ियों से निकालकर वापस दिलाने की मांग की गई है। कहा गया है कि सीढ़ियों के नीचे मूर्तियों के दबे होने की वजह से हिंदू भक्तों का अपमान हो रहा है।

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