गब्‍बर सिंह ने ‘शोले’ में निकाल ली थीं अहमद की आंखें, फिल्‍म से हटाया गया था ये खूंखार सीन

47 साल पहले 1975 में रिलीज हुई थी ‘शोले’ (Sholay)। ये फिल्म हिंदी सिनेमा की ऐतिहासिक फिल्म बन गई। इसका एक-एक किरदार अभी तक लोगों के जहन में जिंदा है। इसके विलन गब्बर (Gabbar Singh) को कभी भुलाया नहीं जा सकता। अमजद खान (Amjad Khan) ने इतनी दमदार ऐक्टिंग की, जो लोगों के दिलों में बस गई। इतने साल बीतने के बाद भी मूवी से जुड़े अनसुने किस्से और कहानियां खूब सुनने को मिलते हैं। लेकिन हम आपको ऐसी बात बताने जा रहे हैं, जो शायद ही आप जानते होंगे। रमेश सिप्पी (Ramesh Sippy) की ब्लॉकबस्टर मूवी से एक सीन को सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ने डिलीट कर दिया था, क्योंकि वो दिल दहला देने वाला था। इस सीन में गब्बर सिंह ने अहमद (सचिन पिलगांवकर) की आंखों में लोहे की गर्म सरिया घुसा दी थी।

रमेश सिप्पी की ‘शोले’ में अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, हेमा मालिनी, संजीव कुमार, जया बच्चन, मैक मोहन और एके हंगल सहित कई कलाकारों ने शानदार अभिनय किया था। फिल्म के गाने और डायलॉग्स अभी भी लोगों के दिल में रचे बसे हुए हैं। करीब साढ़े तीन घंटे लंबी इस फिल्म के एक सीन को हटा दिया गया था, जानिए इसी के बारे में सबकुछ।
इस डिलीट हुए सीन में गब्बर अपने खूंखार अंदाज में लेटा दिखाई देता है। तभी उसका आदमी उसके पास आकर एक लड़के की तरफ इशारा करते हुए कहता है कि ये रामगण का है। स्टेशन जा रहा था, हमने रास्ते में पकड़ लिया। फिर गब्बर कहता है, ‘अरे सुन रहे हो तुम लोग? ये रामगण वालों ने गांव छोड़कर जाना शुरू कर दिया है।’ इसके बाद वो अहमद से सिर झुकाने को कहता है, लेकिन वो नहीं सुनता। वो पर हमला कर देता है तो गब्बर सिंह उसे धक्का मारकर गिरा देता है।

सीन है बेहद दमदार

इसके बाद वो कहता है कि गोली से मरने में कहीं तकलीफ होती है क्या, इसको तो बहुत तड़पा तड़पा कर मारूंगा। इसके बाद वो पास में ही गर्म हो रही सरिया को उठा लेता है और उसकी आंखों की तरफ लेकर जाता है। ये सीन यहीं कट जाता है और अगले सीन में अहमद की लाश घोड़े पर लदी दिखाई देती है। ये देखकर गांव वाले सन्न रह जाते हैं।

प्रातिक्रिया दे