यूक्रेन युद्ध को लेकर रूसी राजनयिक ने इस्तीफा देेते हुए कहा… 20 वर्ष के करियर में मुझे पहले कभी अपने देश को लेकर इतनी शर्म महसूस नहीं हुई’

दावोस। जिनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र कार्यालय में तैनात वरिष्ठ रूसी राजनयिक ने यूक्रेन युद्ध को लेकर अपने इस्तीफे की घोषणा की है। रूसी राजनयिक बोरिस बोंडारेव (41) ने कहा कि उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा यूक्रेन में ”आक्रामक युद्ध छेड़ने” के खिलाफ विदेशी सहयोगियों को पत्र भेजने से पहले अपना इस्तीफा सौंप दिया है। रूसी मिशन को सोमवार सुबह प्राप्त हुए एक पत्र में बोरिस ने अपने इस्तीफे की पुष्टि की है। यूक्रेन पर रूसी हमले की तारीख का जिक्र करते हुए बोरिस ने लिखा, ” बतौर राजनयिक मेरे 20 वर्ष लंबे करियर में मैंने विदेश नीति में कई बदलाव देखे, लेकिन मुझे इस साल 24 फरवरी से पहले कभी अपने देश को लेकर इतनी शर्म महसूस नहीं हुई।” गौरतलब है कि रूस ने इस साल 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमले की शुरुआत की थी।

फोन पर संपर्क करने पर रूसी राजनयिक बोरिस ने अपने इस्तीफे की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने राजदूत गेन्नेडी गैटिलोव को अपना त्यागपत्र सौंप दिया है। हालांकि, मिशन के प्रवक्ता से इस बाबत संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनकी प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी।

यूक्रेन की अदालत ने सुनाई रूसी सैनिक को उम्र कैद की सजा

कीव। यूक्रेन की एक अदालत ने देश के एक नागरिक की हत्या करने के मामले में 21 वर्षीय एक रूसी सैनिक को सोमवार को उम्र कैद की सजा सुनाई। यूक्रेन पर रूस के आक्रमण करने के बाद से युद्ध अपराधों को लेकर मुकदमे में पहली बार सजा सुनाई गई है। सार्जेंट वादिम शिशिमारिन पर युद्ध के शुरूआती दिनों में उत्तर पूर्वी सूमी क्षेत्र के एक गांव में एक यूक्रेनी नागरिक की गोली मार कर हत्या करने का आरोप है। रूसी सैनिक ने अपना दोष स्वीकार कर लिया और बयान दिया कि उसने यूक्रेनी नागरिक को गोली मारी क्योंकि उसे ऐसा करने का आदेश दिया गया था। उसने अदालत को बताया कि एक अधिकारी ने कहा कि अपने मोबाइल फोन पर बात कर रहा यह यूक्रेनी व्यक्ति उनकी मौजूदगी वाले स्थान की जानकारी यूक्रेनी सैनिकों को दे सकता है।

रूस पर लगे ज्यादा प्रतिबंध -जेलेंस्की

इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने वीडियो लिंक के माध्यम से स्विट्जरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक मंच की बैठक को संबोधित किया। उन्होंने सभी रूसी बैंकों पर प्रतिबंध, रूसी तेल के आयात पर रोक और उसके (रूस के) साथ सभी व्यापार रोकने सहित रूस पर ‘‘अधिकतम प्रतिबंध” लगाये जाने की अपील की। जेलेंस्की ने कहा है कि उनके देश ने रूसी सैनिकों के आगे बढ़ने की गति को धीमा कर दिया है और यूक्रेन के लोगों के साहस ने लोकतांत्रिक विश्व की अनदेखी एकजुटता प्रदर्शित की।


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