नई दिल्ली . सेंसेक्स की शीर्ष 10 कंपनियों के मार्केट कैप में बीते सप्ताह सामूहिक रूप से 2,85,251.65 करोड़ रुपये की गिरावट आई. सबसे अधिक नुकसान में रिलायंस इंडस्ट्रीज रही. बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 2,225.29 अंक या 3.89 प्रतिशत और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 691.30 अंक या 4.04 प्रतिशत के नुकसान में रहा.
समीक्षाधीन सप्ताह में रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 1,14,767.5 करोड़ रुपये के नुकसान से 17,73,196.68 करोड़ रुपये पर आ गया. सबसे अधिक नुकसान में रिलायंस इंडस्ट्रीज ही रही. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का मार्केट कैप 42,847.49 करोड़ रुपये टूटकर 12,56,152.34 करोड़ रुपये रह गया.
बैंकों में भी गिरावट
एचडीएफसी बैंक की बाजार हैसियत 36,984.46 करोड़ रुपये के नुकसान से 7,31,068.41 करोड़ रुपये रह गई. हिंदुस्तान यूनिलीवर का मूल्यांकन 20,558.92 करोड़ रुपये घटकर 5,05,068.14 करोड़ रुपये रह गया.
समीक्षाधीन सप्ताह में आईसीआईसीआई बैंक का मार्केट कैप 16,625.96 करोड़ रुपये टूटकर 5,00,136.52 करोड़ रुपये पर और भारती एयरटेल का 16,091.64 करोड़ रुपये के नुकसान से 3,90,153.62 करोड़ रुपये पर आ गया.
रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम
एचडीएफसी के मूल्यांकन में 13,924.03 करोड़ रुपये की गिरावट आई और यह 3,90,045.06 करोड़ रुपये पर आ गया. भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की बाजार हैसियत 10,843.4 करोड़ रुपये घटकर 4,32,263.56 करोड़ रुपये रह गई. इन्फोसिस का मार्केट कैप 10,285.69 करोड़ रुपये घटकर 6,49,302.28 करोड़ रुपये रह गया. अडाणी ग्रीन एनर्जी की बाजार हैसियत 2,322.56 करोड़ रुपये घटकर 4,49,255.28 करोड़ रुपये पर आ गई.
शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही. उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईसीआईसीआई बैंक, अडाणी ग्रीन एनर्जी, एसबीआई, भारती एयरटेल और एचडीएफसी का स्थान रहा.
मार्केट ट्रेंड
मार्केट के रूख को लेकर रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष शोध अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘सबसे पहले बाजार रिलायंस इंडस्ट्रीज के तिमाही नतीजों पर प्रतिक्रिया देगा, जिसकी घोषणा शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद हुई है. इसके अलावा रूस-यूक्रेन युद्ध और अन्य बाजारों का प्रदर्शन भी यहां असर डालेगा. वृहद आर्थिक मोर्चे पर 12 मई को औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े आएंगे. बाजार की निगाह इन आंकड़ों पर रहेगी.’’

