-शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह की मां ने कहा
-रायबरेली में कांग्रेस नेता ने शहीद कैप्टन के परिजनों से की मुलाकात
-फौज को दो तरह से न बांटने का किया निवेदन
(फोटो : अंशुमान सिंह)
रायबरेली। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को अपने लोकसभा क्षेत्र रायबरेली का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के पिता रवि प्रताप सिंह और उनकी मां मंजू सिंह से मुलाकात की। राहुल से मुलाकात के बाद बाहर निकलीं शहीद कैप्टन अंशुमान की मां मंजू ने कहा कि अग्निवीर योजना बंद होनी चाहिए। इस पर राहुल ने उन्हें कहा कि लड़ाई लड़ते रहेंगे। अभी हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पंजाब रेजिमेंट की 26वीं बटालियन के आर्मी मेडिकल कोर के कैप्टन अंशुमान सिंह को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया था।
फौज को दो तरह से न बांटे
शहीद कैप्टन की मां ने कहा कि राहुल से मिलकर बहुत पॉजिटिविटी आई है। सरकार से उम्मीद है कि वो अग्निवीर पर राहुल की स्पीच सुने और उस पर विचार करे। मैं सरकार से निवेदन करूंगी कि फौज को दो तरह से न बांटे। फौज की ट्रेनिंग बहुत सख्त होती है। चार साल में सब खत्म हो जाएगा। पढ़ाई-लिखाई सब ब्रेक हो जाएगी। अग्निवीर में चार साल के बाद बच्चा क्या करेगा। सरकार को इस पर विचार करना चाहिए। सेना में सभी को सम्मान मिलना चाहिए। मंजू ने कहा कि उन्हें पक्ष और विपक्ष दोनों से सहयोग मिल रहा है। सरकार अच्छा काम कर रही हैं, लेकिन और बेहतर काम करना चाहिए।
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संसद में भी अग्निवीर पर बहस
संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान भी राहुल गांधी ने अग्निवीर योजना की मुद्दा उठाया था। उन्होंने इसे सैनिकों को अपमानित करने वाला भी कहा था। अग्निवीर योजना की तुलना राहुल गांधी ने ठेका मजदूरी से की थी। इसका विरोध रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तब संसद में ही किया भी था।
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जुलाई में हुई थी शहादत
कैप्टन अंशुमान सिंह जुलाई 2023 में शहीद हुए थे। उनकी तैनाती सियाचिन ग्लेशियर में 26 पंजाब बटालियन के 403 फील्ड में अस्पताल में रेजिमेंटल मेडिकल आफिसर पद पर हुई थी। सियाचिन ग्लेशियर में 19 जुलाई 2023 को बुधवार की सुबह ही करीब साढ़े तीन बजे भारतीय सेना के गोला बारूद बंकर में शॉट सर्किट की वजह से आग लग गई थी। इस आग ने कई टेंट को भी चपेट में ले लिया था। आग लगने की वजह से उनके कई साथी बंकर में फंस गए। अपने साथियों के बचाने के लिए अंशुमान भी बंकर में कूद पड़े। अपनी जान की परवाह किए बिना अंशुमान ने तीन जवानों को सुरक्षित बाहर निकाला। हालांकि इस हादसे में अंशुमान बुरी तरह से झुलस गए। उनको एयरलिफ्ट कर इलाज के लिए चंडीगढ़ लाया गया, जहां उन्हें बचाया नहीं जा सका और वह शहीद हो गए।
हर वर्ग के लोगों से मुलाकात
अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचते ही राहुल ने हर वर्ग के लोगों से मुलाकात की। राहुल गांधी ने डॉक्टर, वकील, उद्यमी और सामाजिक संगठन के प्रतिनिधियों से बातचीत की। उनकी समस्याओं को सुना और समाधान का भरोसा दिया। राहुल इसके बाद शहीद स्मारक में पौधरोपण भी किया।
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